यूपी की 11 MLC सीटों के चुनाव, जानें, पूरा समीकरण किसका क्या दांव पर?

यूपी की 11 विधान परिषद सीटों पर चुनाव का ऐलान हो गया है, जिनमें छह शिक्षक और पांच स्नातक कोटे की विधान परिषद सीटें हैं. इन सीटों पर 5 से 12 नवंबर के बीच नामांकन किए जाएंगे और 17 नवंबर को नाम वापस लेने की तारीख है जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.

Advertisement
यूपी विधानसभा यूपी विधानसभा

कुबूल अहमद

  • नई दिल्ली ,
  • 03 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:20 PM IST
  • यूपी की 11 MLC सीटों पर 1 दिसंबर को चुनाव
  • छह शिक्षक और पांच स्नातक कोटे की MLC सीट
  • बीजेपी पहली बार शिक्षक संघ का लड़ेगी चुनाव

उत्तर प्रदेश की 11 विधान परिषद (एमएलसी) सीटों पर एक दिसंबर को चुनाव होने हैं. छह शिक्षक और पांच स्नातक कोटे की विधान परिषद सीटें हैं. जिन पर 5 से 12 नवंबर के बीच नामांकन किए जाएंगे और 17 नवंबर को नाम वापस लेने की तारीख है जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दल की ओर से सपा और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशी उतारने की कवायद शुरू कर दी है.

Advertisement

बता दें कि प्रदेश में 11 शिक्षक-स्नातक कोटे की विधान परिषद सदस्यों का कार्यकाल 6 मई 2020 को पूरा हो गया है. कोरोना संक्रमण के चलते इन 11 सीटों पर चुनाव निर्धारित समय पर नहीं हो सके हैं और अब इन सीटों पर चुनाव का ऐलान हुआ है. ऐसे में सत्ताधारी बीजेपी विधान परिषद में अपनी सदस्य संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षक एवं स्नातक क्षेत्र की सीटों पर नजर लगाए हुए है. बीजेपी ने पहली बार शिक्षक कोटे की विधान परिषद का चुनाव लड़ने का मन बनाया है. 

इन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हुआ
स्नातक कोटे की सीटों में लखनऊ क्षेत्र से कांति सिंह, वाराणसी क्षेत्र से केदारनाथ सिंह, आगरा से डॉ. असीम यादव, मेरठ क्षेत्र से हेम सिंह पुण्डीर और इलाहाबाद-झांसी क्षेत्र से डॉ. यज्ञदत्त शर्मा का कार्यकाल समाप्त हुआ है. ऐसे ही शिक्षक कोटे की सीटों में लखनऊ से उमेश द्विवेदी, वाराणसी  से चेतनारायण सिंह, आगरा से जगवीर किशोर जैन, मेरठ से ओम प्रकाश शर्मा, बरेली-मुरादाबाद से संजय कुमार मिश्र और गोरखपुर-फैजाबाद से ध्रुव कुमार त्रिपाठी का कार्यकाल पूरा हुआ है.                

Advertisement

विधान परिषद का समीकरण    
बता दें कि विधानसभा में दो-तिहाई से ज्यादा बहुमत वाली योगी आदित्यनाथ की बीजेपी सरकार विधान परिषद में अल्पमत में है. यूपी के कुल 100 विधान परिषद सीटें हैं. इनमें से बीजेपी के पास महज 21 सदस्य हैं जबकि सपा के पास 55 सदस्य हैं और बसपा के पास 8 विधान परिषद सदस्य हैं. इसके अलावा कांग्रेस के पास दो सदस्य हैं, जिनमें से एक सदस्य दिनेश प्रताप सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. इनके अलावा 5 सदस्य स्नातकों के द्वारा चुने जाते हैं और 6 सदस्य शिक्षक संघ के द्वारा चुनकर आते हैं, जिन पर चुनाव हो रहे हैं. 

बीजेपी के एमएलसी प्रत्याशी
बीजेपी ने विधान परिषद में भी अपनी सदस्य संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षक एवं स्नातक क्षेत्र की सीटों पर नजर गड़ा दी है. बीजेपी ने स्नातक कोटे की सीटों के लिए लखनऊ से अवनीश सिंह पटेल, वाराणसी से केदारनाथ सिंह, आगरा से मानवेंद्र सिंह, मेरठ से दिनेश गोयल और इलाहाबाद झांसी से डॉ. यज्ञदत्त शर्मा को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, शिक्षक कोटे के लिए बीजेपी की ओर से लखनऊ से उमेश द्विवेदी, आगरा से दिनेश वशिष्ठ, मेरठ से श्रीषचंद्र शर्मा और बरेली-मुरादाबाद से हरि सिंह ढिल्लो प्रत्याशी हैं जबकि वाराणसी सीट पर चेतनारायण सिंह को समर्थन कर रही है. इसके अलावा गोरखपुर-फैजाबाद से अजय सिंह प्रत्याशी हो सकते हैं.

Advertisement

जनवरी 2021 में रिक्त हो रही 11 अन्य सीटें

वहीं, विधानसभा सदस्यों की द्वारा चुनी जाने वाली 11 विधान परिषद सीटें 31 जनवरी 2021 को खाली हो रही हैं. इन 11 सीटों में से छह सीटों पर सपा जबकि दो सीटें पर बसपा और तीन सीटों पर बीजेपी के सदस्य हैं. यूपी में भाजपा की सरकार है और उसके विधायकों की संख्या भी ज्यादा है. इस आधार पर 11 विधान परिषद सीटों में से बीजेपी 8 से ज्यादा सीटें निकाल सकती है.

ये भी पढ़ें:

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement