उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र आज शुरू हो रहा है. विपक्ष ने सत्र से पहले विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के विधायकों ने अलग-अलग कानून व्यवस्था समेत किसानों, बेरोजगारों और महिलाओं की सुरक्षा, सीएए, एनआरसी और ओबीसी जनगणना के मुद्दे को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की मूर्ती पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
साल का पहला सत्र होने के कारण राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त अधिवेशन में संबोधित भी करेंगी. बजट 18 फरवरी को पेश किया जाना है. इस बार बजट का आकार करीब पांच से सवा पांच लाख करोड़ रुपये के करीब होने का अनुमान है. साथ ही पूर्वांचल और बुंदेलखंड में सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य जरूरतों के लिए विशेष पैकेज के तहत बड़ी धनराशि दी जा सकती है.
बता दें कि बजट सत्र से एक दिन पहले बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं से सदन को सुचारू रूप से चलाने लिए सहयोग की अपील की. साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार प्रदेश की सुरक्षा से लेकर युवा, महिलाओं व व्यापारियों से जुड़े हर मुद्दे पर सार्थक चर्चा एवं समाधान के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि इस सत्र में देश के सबसे बड़े राज्य का बजट पेश होगा. बजट पर सभी दलीय नेताओं के साथ-साथ सदस्यों को भी अपनी बात रखने और सुझाव देने का अच्छा अवसर मिलेगा.
उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन साल का कार्यकाल भी मार्च में पूरे हो रहे हैं. ऐसे में सरकार इन तीन सालों का लेखा जोखा विभाग तैयार कर रही है. ऐसे में योगी सरकार बजट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से नई योजनाएं लाने की तैयारी हैं. अटल के नाम पर शहरों में पार्क बनाने तथा जनसरोकारों से जुड़ी कुछ योजनाएं अटल के नाम से चलाने की घोषणा बजट में शामिल किए जाने की चर्चाएं हैं.
कुमार अभिषेक