जैसे-जैसे कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ रही है, वैसे-वैसे लोग कोरोना प्रोटोकॉल भूलते जा रहे हैं. ऐसे बहुत से लोग हैं जो भारी लापरवाही बरत रहे हैं. दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के बड़े रेलवे स्टेशनों में शामिल दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर भी यही आलम देखने को मिला.
चंदौली के दीनदयाल उपाध्याय रेलवे जंक्शन पर लोग बिना मास्क लगाए ही इधर-उधर टहल रहे हैं. यही हाल टिकट बुकिंग काउंटर का है. टिकट लेने के लिए लोग एक दूसरे से चिपककर खड़े हैं. यात्री हॉल में भी यही आलम है यहां भी पैर रखने के लिए भी जगह नहीं है.
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कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ने के साथ-साथ रेलवे ने धीरे-धीरे ट्रेनों का परिचालन भी शुरू कर दिया है. लोगों ने अपनी यात्राएं शुरू कर दी हैं, बहुतेरे यात्री ऐसे भी हैं जिन्होंने मास्क लगा रखा है, लेकिन उनके द्वारा भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. दूसरी तरफ ऐसे भी रेलयात्री हैं. जो इस भीड़ से काफी सहमे हुए हैं और मजबूरी में यात्रा कर रहे हैं.
यात्रा करते समय डर रहे हैं यात्री
ऐसे ही एक रेल यात्री इंद्रपाल सिंह ने बताया ''इस समय ट्रेनें भर-भर कर आ रही हैं, उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का कोई मतलब नहीं रह गया है. लोग मास्क भी नहीं लगा रहे हैं. जो तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, इस भीड़ को देखते हुए लग रहा है कि जल्दी ही आ जाएगी. सफर करने में परेशानी हो रही है और डर भी लग रहा है.''
मुंबई के लिए ट्रेन पकड़ने आए यात्री जैद अहमद ने कहा ''तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है, कोविड का नया डेल्टा वैरिएंट आ चुका है और दूसरी तरफ हमारा वैक्सीनेशन भी अभी तक चार ही परसेंट ही हुआ है. तो मास्क लगाना तो बहुत ही जरूरी है. लेकिन यहां पर कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो रहा है. ऐसे हालात में बहुत डर लगता है सफर करने में. लेकिन फिर भी मजबूरी है, हमारे बिजनेस हैं हमारे काम हैं, इसलिए मजबूरी में सफर कर रहे हैं.''
उदय गुप्ता