यूपी के देवरिया से बीजेपी विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है. जो काफी चर्चा में है. लोग इस वीडियो को लेकर सवाल कर रहे हैं. बीजेपी एमएलए त्रिपाठी ने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है- बलवाइयों को “रिटर्न गिफ़्ट” !! हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि ये वीडियो कहां का है और पिटने वाले शख्स कौन हैं. हालांकि, माना जा रहा है कि इस वीडियो को एक दिन पहले यूपी के 9 शहरों में हुई हिंसा से जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं, कुछ लोगों ने पिटाई करने वाले पुलिस वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
बताते चलें कि जो वीडियो शलभ मणि त्रिपाठी ने शेयर किया है, उसमें 12 शख्स एक कमरे में लाइन से खड़े देखे जा रहे हैं. पुलिस कर्मी इन युवकों की डंडों से पिटाई कर रहे हैं. जबकि युवक छोड़ने की गुहार लगा रहे हैं. वीडियो की जबरदस्त पिटाई से सहमे सभी शख्स दीवारों की तरफ मुंह करके खड़े हो जाते हैं. पुलिस पीछे से इन युवकों पर डंडो चला रही है.
इस वीडियो के पोस्ट होते ही सवाल उठने शुरू हो गए. वहीं, ये वीडियो सहारनपुर का होने की खबरें आईं तो वहां के एसएसपी आकाश तोमर ने बयान देकर स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि मैंने वह वीडियो नहीं देखा है. सोशल मीडिया पर कई वीडियो चलाए जा रहे हैं. शलभ मणि त्रिपाठी ने मेरी पुष्टि के बाद उस वीडियो को हटा दिया है कि यह सहारनपुर का नहीं है. लेकिन हम ऐसे किसी भी उल्लंघन के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. एसएसपी ने बताया कि देवबंद में मदरसे के 8 आरोपी छात्र गिरफ्तार किए गए हैं. इनमें कई कम उम्र के हैं. इस उम्र के लोग शुक्रवार की नमाज में शामिल नहीं होते हैं. ये लोग पूर्व नियोजित तरीके से एकत्र हुए और विरोध किया.
फिलहाल, इस वीडियो की अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है. ना ही Aajtak.in इस तरह के वीडियो की कोई पुष्टि करता है. वीडियो देखने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी पुलिस चौकी या थाने में युवकों की पिटाई की जा रही है.
ट्विटर सोमनाथ भारती के सवालों पर शलभ ने दिया जवाब
आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के विधायक सोमनाथ भारती ने यूपी पुलिस को टैग किया और लिखा- ये हैं बीजेपी विधायक शलभमणि का का ट्वीट. जिसे मेरे द्वारा कोट करने के बाद हटा दिया गया है. उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया है, लेकिन उनकी जो मानसिकता है, उससे कानूनी तौर पर निपटा जाना चाहिए. उनके डिलीट करने से पहले यह ट्वीट वायरल हो गया था और हजारों लोगों ने इसे रीट्वीट और लाइक किया था.
इस ट्वीट के जवाब में शलभ मणि ने कहा- यूपी याद है या याद दिलाऊं? जब मुख्यमंत्री जी के लिए अभद्र भाषा बोलने पर यूपी की जनता ने “काला मोर” बना डाला था, फिर आए भी नहीं आप यूपी. आइए ना फिर कभी.
सोमनाथ भारती ने एक बार फिर शलभ के रिप्लाई को रीट्वीट किया और कहा- यूपी पुलिस, कृपया सत्तारूढ़ दल के एक मौजूदा विधायक द्वारा इस खुली धमकी पर ध्यान दें. अगर वे इस तरह एक मौजूदा विधायक को धमकी दे सकते हैं तो यूपी में आम आदमी की दुर्दशा को समझना मुश्किल नहीं है.
शलभ मणि ने एक बार फिर जवाब दिया और लिखा- कहां पुलिस के चक्कर में पड़े हैं आप, मैं इतने प्यार से बुला रहा हूं और आप यूपी पुलिस को तंग कर रहे. आइये ना एक बार फिर यूपी. आतिथ्य का मौका दीजिए पुनः. वैसे भी दिल्ली से लेकर पंजाब तक में तो आतिथ्य हो ही रहा आप लोगों का.
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