ग्रेटर नोएडा के दादरी के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही ने एक बार सरकारी कामकाज की पोल खोल दी है, जहां डॉक्टर के मौजूद न होने की वजह से ट्रेन से गिरकर घायल हुआ एक मरीज़ घंटों तक तड़पता रहा यहां तक कि रेलवे पुलिसकर्मी भी डॉक्टर को फ़ोन करता रहा लेकिन डॉक्टर ने फ़ोन नहीं उठाया. जिसके कारण घायल मरीज़ की मौत हो गई.
दरअसल ग्रेटर नोएडा दादरी रेलवे स्टेशन पर संजय नाम का युवक ट्रेन से गिरकर घायल हो गया था सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची आरपीऍफ़ पुलिस ने उसे दादरी के सामुदायिक स्वस्थ केंद (सरकारी अस्पताल) में भर्ती कराया लेकिन डॉक्टर के न होने की वजह से घायल युवक को इलाज नहीं मिल सका और मरीज़ घण्टों इलाज के लिए तड़पता रहा. रेलवे पुलिसकर्मी ने डॉक्टर का नंबर लेकर बात करनी चाही लेकिन डॉक्टर ने फ़ोन नहीं उठाया. इस बात से आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि घायल मरीज का क्या हाल होगा.
अस्पताल के कर्मचारियों के फ़ोन करने के करीब एक घण्टे के बाद इमेरजेंसी में तैनात डॉक्टर पहुंचे और घायल मरीज़ को देख कर उसे नोएडा के जिला अस्पताल में रैफर कर दिया.
वहीं घण्टो लेट आये डॉक्टर का कहना है, कि मैं तो हॉस्पिटल में ही था मैंने मरीज़ को देखा है मरीज़ के सिर में गंभीर चोटों को देखते हुए उसे नोएडा के जिला अस्पताल में रैफर कर दिया है. बाद में नोएडा के जिला अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर दिया. इससे पता चलता है कि यदि समय रहते युवक को इलाज मिल जाता तो शायद युवक की जान बच जाती.
इस पूरी घटना पर मृतक के मौसा का कहना है कि मृतक को उन्होंने विवेक बिहार से बिठाया था जो कि दादरी रेलवे स्टेशन पर गिर गया था वहां से फिर हम उसे जिला अस्पताल जहां उसने अपनी जान गवां दी.
अनुज मिश्रा