Lakhimpur Kheri Incident: आशीष मिश्रा नोटिस के बावजूद क्राइम ब्रांच के सामने नहीं हुआ पेश, घर पर भी सन्नाटा

Lakhimpur Kheri Incident: आशीष मिश्रा जो कि लखीमपुर खीरी कांड का मुख्य आरोपी है, वह आज पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश नहीं हुआ.

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आशीष मिश्रा (फाइल फोटो) आशीष मिश्रा (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • लखीमपुर खीरी,
  • 08 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 11:43 AM IST
  • आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के सामने पेश नहीं हुआ
  • लखीमपुर कांड का मुख्य आरोपी है आशीष मिश्रा

लखीमपुर कांड (Lakhimpur Kheri Incident) का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) आज शुक्रवार को क्राइम ब्रांच के समक्ष पेश नहीं हुआ है. क्राइम ब्रांच ने आशीष के घर नोटिस लगाकर आज सुबह 10 बजे उसे हाजिर होने को कहा था. बता दें कि FIR में आशीष मिश्रा का नाम है. लखीमपुर के तिकुनिया में जहां 4 किसानों की मौत हुई थी, उस घटना में आशीष मुख्य आरोपी है. आशीष मिश्रा गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा है.

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दूसरी तरफ आशीष मिश्रा के घर के बाहर भी सन्नाटा है. वह घर पर मौजूद नहीं है. पुलिस ने कल मंत्री के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया था.

यूपी पुलिस की तरफ से कल आशीष मिश्रा को लेकर एक बयान आया था. आईजी (लखनऊ रेंज) लक्ष्मी सिंह ने कहा था कि पुलिस आशीष मिश्रा की तलाश कर रही है, उनसे पूछताछ होनी है. यह बयान हैरान करने वाला इसलिए था क्योंकि इससे पहले तक आशीष मिश्रा लगातार मीडिया के सामने आकर इंटरव्यू दे रहा था, लेकिन अब अचानक वह गायब हो गया.

दो आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

लखीमपुर खीरी कांड में दो आरोपियों को पुलिस गुरुवार को गिरफ्तार कर चुकी है. इसमें आशीष पांडेय और लवकुश को गिरफ्तार किया गया है. दोनों घटना में शामिल थे और घायल भी हुए थे. पुलिस पर दबाव बन रहा था कि घटना के इतने दिन बीत जाने के बावजूद अबतक किसी से ना तो पूछताछ हुई है और ना ही कोई गिरफ्तारी. सुप्रीम कोर्ट ने भी गुरुवार को जब इस मामले की सुनवाई की तो उन्होंने यूपी सरकार से इस बीच की जानकारी मांगी कि केस की मौजूदा स्टेटस रिपोर्ट क्या है. इसमें कितने लोगों की गिरफ्तारी हुई, कितनी FIR, जांच आयोग आदि सभी बातों की जानकारी मांगी गई है.

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बता दें कि लखीमपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ी से कुचलने का मामला सामने आया था. इस घटना में चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके अलावा चार अन्य लोग भी मारे गए थे. इसमें दो बीजेपी कार्यकर्ता, एक ड्राइवर और एक पत्रकार शामिल थे. मारे गए सभी लोगों के परिवारों को यूपी सरकार ने 45-45 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी है.

 

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