कुशीनगर हादसा: '10 बार फोन किया, मदद करने कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची', लोगों की आपबीती

कुशीनगर में एक दर्दनाक हादसा हो गया है. कुएं में गिरने से 13 महिलाओं की मौत हो गई है. वहां मौजूद लोगों का आरोप है कि कॉल करने के बावजूद भी कोई एंबुलेंस मदद करने नहीं पहुंची.

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कुशीनगर हादसे का चश्मदीद कुशीनगर हादसे का चश्मदीद

संतोष शर्मा

  • कुशीनगर,
  • 17 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:37 AM IST
  • शादी की रस्म निभाने के लिए कुएं के पास थीं महिलाएं
  • 'हादसे के बाद सबसे पहले लोकल पुलिस ने की मदद'

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दर्दनाक हादसा हो गया है. कुएं के पास शादी की रस्म निभाने गईं एक दर्जन से ज्यादा महिलाएं उसी कुएं में जा गिरीं. अभी तक 13 महिलाओं की मौत की पुष्टि कर दी गई है. रेस्क्यू जारी है और अंदेशा जताया जा रहा है कि मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है.

घटनास्थल पर मौजूद लोग बता रहे हैं कि इस हादसे के बाद अफरा-तफरी का माहौल था. लोग मदद के लिए इधर से उधर भाग रहे थे. कहा जा रहा है कि एंबुलेंस के लिए कई बार फोन किया गया था. दस लोगों ने समय-समय पर एंबुलेंस के लिए फोन किया, लेकिन मदद करने कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची. ये हालात तब देखने को मिले जब इलाके में सिर्फ तीन किलोमीटर दूर ही एक अस्पताल मौजूद है.

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लोगों का कहना है कि डेढ़ घंटे तक एंबुलेंस के लिए फोन मिलाया गया, हर बार जवाब मिलता कि बस आ रही है, लेकिन मौके पर कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची. अब जो जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन को निभानी थी, वो काम वहां की लोकल पुलिस ने किया. वहां मौजूद लोग बता रहे हैं कि उनके कॉल करने के तुरंत बाद सहायता के लिए पुलिस पहुंच गई थी. उन्हीं की तरफ से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और फिर पुलिस गाड़ी में ही कई घायलों को अस्पताल ले जाया गया.

अभी तक सिर्फ 13 महिलाओं की मौत की पुष्टि की गई है. लेकिन वहां मौजूद लोग बता रहे हैं कि ये आंकड़ा 15 से 17 के बीच में हो सकता है. उधर, हादसे की सूचना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल बचाव व राहत कार्य संचालित कराने तथा घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं. 

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