उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर कर्नाटक सरकार ने पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के मैनेजमेंट के लिये 4 हाथियों को यूपी को सरकार को गिफ्ट में दिया है. इस पूरे अभियान की रूप रेखा आईएफएस अधिकारी ललित वर्मा ने तैयार की थी. बुधवार की सुबह पूरे जोश और जश्न के साथ चारों हाथियों को पीलीभीत के लिये रवाना करा दिया गया.
वन अधिकारी ललित वर्मा ने बताया कि इसमें तीन नर है और एक मादा हाथी है. इनमें 2 नर हाथियों के नाम बड़ा सूर्या और छोटा सूर्या है. एक हाथी का नाम मणिकांता है और मादा हथिनी का नाम निसरगा है. यह चारों हाथी कर्नाटक के अलग-अलग एलीफैंट कैंप रामापूरा कैंप, माथीगोडू कैंप और सकरेब्याले कैंप से उपहार स्वरुप मिले है.
यह चारों हाथी 2 नवंबर को चार बड़े ट्रकों में सवार होकर 6 दिन की लंबी यात्रा के बाद बरेली होते हुऐ पीलीभीत पहुंचेंगे. यहां इन्हे कुछ दिन क्वारंटीन में रखा जाएगा और उसके बाद यहां के माहौल में एडजस्ट होने पर इन हाथियों का इस्तेमाल विभिन्न रूप में किया जायेगा.
वन अधिकारी ललित वर्मा ने बताया कि पीलीभीत और आसपास के जंगलों में जब नेपाल के हाथी आ जाते हैं और फसलों और घरों को नुकसान पहुंचाते हैं, तब यह हाथी उनको वापस उनकी जगह पर धकेलेंगे, साथ ही जंगली वन्य जीव जैसे तेंदुए , बाघ, भालू को पुशबैक करने के लिए भी काम आएंगे. इनका घने जंगल में फारेस्ट पेट्रोलिंग में इस्तेमाल किया जायेगा.
वन अधिकारी ललित वर्मा ने बताया कि अगर सब कुछ योजना अनुसार रहा तो जल्द ही यह हाथी टूरिस्ट के लिये जंगल सफारी के काम भी आएंगे. उत्तर प्रदेश सरकार और वन विभाग की मंशा है कि वन पर्यटन को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाया जा सके ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण के प्रति जागरूक हों और वन्य जीवन को समझ सके.
वन मंत्री अरुण कुमार ने कहा कि मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ का लगातार प्रयास है कि किस तरीके से नए व्यवसाय के जरिए नए-नए रोजगार के मौके बने और पर्यटन-मनोरंजन, रोजगार का मुख्य घटक है इसलिए टाइगर रिजर्व को नए सिरे से सजाया संवारा जा रहा है, ताकि यहां ज्यादा से ज्यादा लोग पर्यटन का लुफ्त ले सकें.
कृष्ण गोपाल राज