यूपी: साइबर क्राइम पर लगेगा अंकुश, थाने से लेकर जोन स्तर तक बनेगी साइबर सेल

यूपी में साइबर क्राइम और ऑनलाइन फ्रॉड रोकने के लिए हर थाने से लेकर जोन मुख्यालय तक साइबर सेल का गठन होगा. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने इस मामले में सभी एडीजी जोन, आईजी व डीआईजी रेंज, एसएसपी और एसपी को निर्देश भेज दिए हैं.

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उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह (फाइल फोटो- Aajtak) उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह (फाइल फोटो- Aajtak)

शिवेंद्र श्रीवास्तव

  • लखनऊ,
  • 11 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 11:02 PM IST

  • यूपी में थाने से लेकर जोन स्तर तक होगा साइबर सेल का गठन
  • पहले चरण की प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक पूरी करने के निर्देश

उत्तर प्रदेश में साइबर क्राइम और ऑनलाइन फ्रॉड रोकने के लिए हर थाने से लेकर जोन मुख्यालय तक साइबर सेल का गठन होगा. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने इस मामले में सभी एडीजी जोन, आईजी व डीआईजी रेंज, एसएसपी और एसपी को निर्देश भेज दिए हैं. साइबर सेल बनाने की पहले चरण की प्रक्रिया 15 अक्टूबर तक पूरी करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

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साइबर सेल बनाने का मकसद सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकना है. निर्देशों के मुताबिक, थाने स्तर पर भी साइबर क्राइम की टीम काम करेगी और एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वॉलेट की धोखाधड़ी से प्रोफाइल पासवर्ड हैक करने जैसे साधारण साइबर अपराधों की विवेचना करेगी.

जिला स्तर पर साइबर क्राइम सपोर्ट टीम

इस नई टीम में एक पुलिस निरीक्षक, एक पुलिस उपनिरीक्षक और दो कांस्टेबल होंगे. इसी तरह जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट साइबर क्राइम सेल बनेगी. इसका काम थोड़े मुश्किल अपराधों की विवेचना करना होगा. इसमें ई-कॉमर्स, फेक ट्विटर हैंडल, लॉटरी फ्रॉड, वेबसाइट डिफेसमेंट, डाटा थेप्ट जैसे अपराध शामिल किए जाएंगे. हर जिला स्तर पर एक साइबर क्राइम इंवेस्टीगेशन टीम और साइबर क्राइम सपोर्ट टीम होगी.

सोशल मीडिया पर निगरानी रखेगी टीम

इसके अलावा जिला स्तर पर साइबर क्राइम टीम का काम डाटा चोरी, बिटकॉइन,साइबर टेररिज्म और वसूली जैसे गंभीर मामलों की जांच करना होगा. हर जिला स्तर पर एसपी क्राइम और डीएसपी क्राइम साइबर सेल के प्रभारी होंगे, जो जिले के पुलिस कप्तान के अधीन काम करेंगे. सभी टीमों का काम सोशल मीडिया पर निगरानी करना भी होगा और नजर में आने वाले संजीदा संवेदनशील और महत्वपूर्ण प्रकरणों को एसएसपी और एसपी के संज्ञान में भी लाना होगा.

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लखनऊ से होगी नेटवर्क की मॉनिटरिंग

लोगों को जागरूक करने के लिए साइबर सेल की टीम स्कूल और कॉलेजों में मीटिंग भी आयोजित करेगी, जिससे छात्रों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक किया जा सके. इस पूरे नेटवर्क की मॉनिटरिंग लखनऊ से की जाएगी. इस टीम में शामिल किए गए पुलिसकर्मियों को 3 दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी, जो छोटी मोटी जानकारियां देने के लिए होगा. इसके अलावा 5 दिन का एडवांस प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. यह ट्रेनिंग लखनऊ की यूपी हंड्रेड के दफ्तर में और मुरादाबाद में प्रशिक्षण लैब के भीतर दिया जाएगा.

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