UP: ड्यूटी पर नहीं थे डॉक्टर, दर्द से तड़प कर बच्ची ने तोड़ा दम, पिता ने लगाया ये आरोप

संदीप कुमार शुक्ला की 5 महीने की बच्ची नित्या घर में तख्त पर सो रही थी और सोते समय वह तख्त से नीचे जा गिरी. बेहोशी की हालत में परिजन रविवार करीब 4:30 बजे संयुक्त चिकित्सालय में पहुंचे और वहां डॉक्टरों के न मिलने पर गोद में लिए बच्ची को बचाने की गुहार लगाकर इधर-उधर दौड़ते रहे. 

Advertisement
बाराबंकी में लापरवाही (फोटो- आजतक) बाराबंकी में लापरवाही (फोटो- आजतक)

सैयद रेहान मुस्तफ़ा

  • बाराबंकी,
  • 31 मई 2021,
  • अपडेटेड 10:34 PM IST
  • बाराबंकी के हाईटेक अस्पताल में लापरवाही
  • परिजनों का आरोप, छुट्टी पर थे डॉक्टर
  • इलाज के अभाव में बच्ची की गई जान

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां तहसील के 100 बेड वाले हाईटेक अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रविवार के दिन ड्यूटी पर डॉक्टर के नहीं होने और इलाज नहीं मिलने पर 5 महीने की बच्ची ने पिता की गोद में दर्द से तड़प कर दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत के बाद परिजनों ने जम कर हंगामा काटा, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे परिजनों को समझा-बुझाकर वापस भेज दिया. 

Advertisement

मामला सिरौली गौसपुर तहसील में बने संयुक्त चिकित्सालय से जुड़ा है. जहां बदोसराय क्षेत्र के तहसीपुर गांव निवासी संदीप कुमार शुक्ला की 5 महीने की बच्ची नित्या घर में तख्त पर सो रही थी और सोते समय वह तख्त से नीचे जा गिरी. बेहोशी की हालत में परिजन रविवार करीब 4:30 बजे संयुक्त चिकित्सालय में पहुंचे और वहां डॉक्टरों के न मिलने पर गोद में लिए बच्ची को बचाने की गुहार लगाकर इधर-उधर दौड़ते रहे. 

इस बीच पिता की गोद में मासूम बच्ची ने दर्द से तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत पर तमाम ग्रामीण जमा हो गए और हंगामा करने लगे. सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे आक्रोशित परिवार के लोगों से शिकायती पत्र लिया और उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया. 

सिरौली गौसपुर स्थित संयुक्त चिकित्सालय का कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए 22 मई को डीएम के नेतृत्व में सांसद विधायक की मौजूदगी में फीता काट कर शुभारंभ किया गया था और आने वाले मरीजों को उचित इलाज के निर्देश दिए थे. ग्रामीणों का आरोप है कि रविवार को अक्सर अस्पताल में डॉक्टर उपलब्ध नहीं रहते हैं.

Advertisement

परिजनों का आरोप

मासूम बच्ची की मौत के बाद पिता ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, "चीखते हुए गला बैठ गया मेरा लेकिन कोई डॉक्टर देखने नहीं आया. बच्ची को खा गए डॉक्टर. दो घंटे से परेशान होने के बाद बच्ची की मौत हो गई. कोई देखने नहीं आया."

सीएमओ ने जारी किया बयान

घटना के एक दिन बाद सोमवार को सीएमओ बीकेएस चौहान ने पीड़ित की शिकायतों पर बताया कि अस्पताल में डॉक्टर मौजूद थे. परिजन जब बच्ची को लेकर आये तो वह पहले से मृत थी. अभिभावकों से पूछने पर बताया गया कि वह छत से गिर गई थी.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement