UP: आंबेडकर की मूर्ति हटाए जाने पर बवाल, 15 हजार दलितों ने धर्म परिवर्तन करने की दी धमकी

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में आंबेडकर जयंति के मौके पर बाबा साहेब आंबेडकर की मूर्ति हटाए जाने को लेकर हुए विवाद के बाद करीब 15 हजार दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाने की धमकी दी है. आंबेडकर के अनुयायियों ने कहा कि अगर उसी जगह मूर्ति नहीं लगाई गई और पुलिस ने हमलोगों पर कोई केस दर्ज किया तो सामूहिक तौर पर धर्म परिवर्तन कर लेंगे.

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हमीरपुर में दलितों ने दी बौद्ध धर्म अपनाने की धमकी हमीरपुर में दलितों ने दी बौद्ध धर्म अपनाने की धमकी

नाह‍िद अंसारी

  • हमीरपुर,
  • 16 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 11:17 AM IST
  • हमीरपुर में आंबेडकर की मूर्ति हटाए जाने पर भड़के दलित
  • हजारों दलितों ने प्रशासन को दी बौद्ध धर्म अपनाने की धमकी

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में करीब 15 हजार दलितों ने हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपनाने की धमकी दी है. कथित तौर पर इन दलितों ने 14 अप्रैल को बाबा साहेब आंबेडकर की जयंति के मौके पर उनकी प्रतिमा को दूसरे की जमीन पर स्थापित किया था जिसकी शिकायत पर स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने अवैध रूप से रखी गयी मूर्ति को रात में हटवा दिया. मामला सुमेरपुर कस्बा के त्रिवेणी मैदान का है.

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प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में दलितों ने नेशनल हाइवे को 10 घंटे तक जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने दलितों को मूर्ति वापस दे दी थी लेकिन उसे विवादित स्थान पर लगाने की अनुमति नहीं दी.

इतना ही नहीं नेशनल हाइवे जाम करने वालों लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली जिससे नाराज होकर हजारों दलितों ने धर्म परिवर्तन करने की धमकी दी है.

दलितों के इस ऐलान ने जिला प्रशासन की नींद उड़ा दी है. इतनी बड़ी तादाद में धर्म परिवर्तन की घोषणा के बाद भी जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

दरअसल आंबेडकर जयंति के मौके पर त्रिवेणी मैदान में चबूतरा बना कर डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई थी. जहां यह मूर्ति स्थापित की गई थी उसे लेकर अमर सिंह नाम के शख्स ने दावा किया कि ये उसकी जमीन है और थाने में शिकायत दर्ज करा दी.

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अमर सिंह की शिकायत पर पुलिस ने रात में ही प्रतिमा को हटाते हुए जमीन को अपने कब्ज़े में ले लिया था. हालांकि इसके बाद सैकड़ों लोग नेशनल हाइवे पर उतर आये और विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की भी हुई थी. प्रदर्शन के कारण नेशनल हाइवे पर 6 घंटे तक जाम लगा रहा.

पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बीच-बचाव करते हुए लोगों को मूर्ति वापस कर दी और किसी दूसरे स्थान पर स्थापित करने का निर्देश दिया. हालांकि प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े रहे कि प्रतिमा उसी स्थान पर लगाई जाएगी जहां पहले लगाई गई थी क्यूंकि उनके पास उस ज़मीन का एग्रीमेंट है. 

दलितों ने की मूर्ति स्थापित करने की मांग

बाबा साहेब के अनुयायी वैधनाथ वर्मा, रविन्द्र कुमार सहित दर्जनों लोगों ने बताया की जमीन पर मालिकाना हक जताने वाले अमर सिंह ने लिखित एग्रीमेंट किया था की ज़मीन उन्होंने दान में दी है, इसी के बाद चबूतरा बना कर बाबा साहेब की मूर्ति स्थापित की गई थी, लेकिन अब अमर सिंह अपने एग्रीमेंट से मुकर गए हैं और पुलिस से मिलकर जबरन बाबा साहेब की मूर्ति हटवाई गई है, इससे उनका अपमान हुआ है.   

  

बाबा साहेब आंबेडकर के फॉलोअर्स ने धमकी दी है कि अगर पुलिस ने उनकी प्रतिमा को उसी स्थान पर स्थापित करने और नेशनल हाइवे को जाम करने के मामले में कोई भी केस दर्ज किया तो उनके सामाज के हजारों लोग बौध धर्म अपना लेंगे.

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हालांकि सुमेरपुर थाना प्रभारी दुर्गविजय सिंह ने अभी इस मामले में कोई भी केस दर्ज करने से इनकार कर दिया है.

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