WHO ने पीएम मोदी के महत्वाकांक्षी 'उज्ज्वला योजना' की जमकर की तारीफ

WHO ने प्रदूषण पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें इस योजना की तारीफ की गई है. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत 1 मई, 2016 को यूपी के बलिया से की थी.

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दिनेश अग्रहरि

  • नई दिल्ली,
  • 02 मई 2018,
  • अपडेटेड 2:46 PM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पीएम मोदी के महत्वाकांक्षी उज्ज्वला योजना की जमकर तारीफ की है. WHO ने प्रदूषण पर एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें इस योजना की तारीफ की गई है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के हर 10 में से 9 लोग उच्च स्तर के प्रदूषक वातावरण में रह रहे हैं. हर साल प्रदूषण की वजह से करीब 70 लाख लोगों की मौत हो जाती है.

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इस रिपोर्ट में कहा गया है, 'नवीनतम आंकड़ों से यह पता चलता है कि दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में वायु प्रदूषण का स्तर अब भी काफी खतरनाक स्तर पर है. हालांकि, इस पर काबू पाने की दिशा में कुछ सकारात्मक संकेत दिख  रहे हैं. उदाहरण के लिए सिर्फ दो साल में ही भारत में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रही 3.7 करोड़ महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराया है, ताकि वे अपने घरों में स्वच्छ ईंधन का इस्तेमाल कर सकें.'

गौरतलब है कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत 1 मई, 2016 को यूपी के बलिया से की थी. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सेहत की रक्षा करना है. इसके तहत हर बीपीएल परिवार को मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन दिया जाता है. इससे इन महिलाओं को लकड़ी के चुल्हे पर खाना बनाने से निजात मिली है.

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 मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जेनेवा में दुनिया के 15 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी की गई. इनमें भारत के 14 शहर शामिल हैं जिनमें कानपुर पहले पायदान पर है. वहीं सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली छठे स्थान पर है.

डब्ल्यूएचओ के आंकड़े बताते हैं कि 2010-2014 के बीच में दिल्ली के प्रदूषण स्तर में मामूली सुधार हुआ है, लेकिन 2015 से स्थिति फिर बिगड़ने लगी है. वायु प्रदूषण को लेकर डब्ल्यूएचओ ने 100 देशों के 4,000 शहरों का अध्ययन किया है. यह अध्ययन बताता है कि दिल्ली में 2010 और 2014 के बीच हवा की स्थिति में मामूली सुधार आया, लेकिन 2015 से हालात फिर बिगड़ने लगे.

(एजेंसियों के इनपुट के साथ)

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