डोकलाम पर सुषमा की दो टूक- युद्ध नहीं, भारत-चीन-भूटान बातचीत से निकालेंगे हल

सुषमा स्वराज ने चीन पर कहा कि विपक्ष के नेता उनके राजपूत से क्यों मिले. उन्होंने कहा कि विपक्ष को पहले भारत का दृष्टिकोण समझना चाहिए था.

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राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने दिया विदेश नीति पर जवाब राज्यसभा में सुषमा स्वराज ने दिया विदेश नीति पर जवाब

जावेद अख़्तर / मौसमी सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 03 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 9:16 AM IST

गुरूवार को राज्यसभा में विदेश नीति पर चर्चा हुई. चर्चा की शुरूआत में विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और विदेश नीति की आलोचना की. इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सदन में जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने व्यक्तिगत तौर पर सम्मान अर्जित किया. जबकि पीएम मोदी की विदेश नीति ने पूरे देश का मान बढ़ाया. वहीं उन्होंने कहा कि पीएम मोदी में वो माद्दा है, जो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सामने चुनौती दे सकें.

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पिछली सरकार ने नीति MEA नहीं, PMO चलाता था.

मनमोहन जी आप पूर्व पीएम हैं, आपके साथ सलमान खुर्शीद और दूसरे विदेश मंत्री कितनी बार यात्रा पर गए थे.

चीन पर कांग्रेस नेताओं की अलग-अलग नीति.

मोदी ग्लोबल एजेंडा तय करने वाले पीएम हैं.

पीएम मोदी में माद्दा है, उन्होंने अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप को चुनौती दी.

सऊदी अरब ने पीएम मोदी को सर्वोच्च सम्मान दिया.

सऊदी ने हमला रोका और हम यमन से भारतीयों और विदेशियों को निकालकर लाए.

आज के वक्त में अरब जगत के साथ सबसे अच्छे संबंध भारत के हैं.

आज रूस और अमेरिका हमारे साथ है. जो कि विदेश नीति की सफलता है.

इजरायल भारत का दोस्त है, लेकिन फिलीस्तीन को भी नहीं भूलेंगे.

मैं पहले फिलीस्तीन गई, फिर इजरायल गई.

फिलीस्तीन ने इजरायल से हमारी दोस्ती को सकारात्मक रूप में लिया.

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सुषमा का राहुल गांधी पर हमला

सुषमा स्वराज ने चीन पर कहा कि विपक्ष के नेता उनके राजदूत से क्यों मिले. उन्होंने कहा कि विपक्ष को पहले भारत का दृष्टिकोण समझना चाहिए था. उसके बाद चीन के राजदूत को बुलाकर कहना चाहिए था कि हमारा ये पक्ष है. मगर, विपक्ष के नेता ने चीन के राजदूत से उनका पक्ष सुना.

साथ ही सुषमा ने चीन पर भारत के स्टैंड की जानकारी दी. उन्होंने कि चीन से द्विपक्षीय बातचीत चल रही है. सुषमा ने कहा कि अब देश सामरिक क्षमता नहीं, आर्थिक क्षमता से चलता है, इसलिए इसे बढ़ाना चाहिए. हमारी आर्थिक क्षमता में चीन का बड़ा योगदान है. युद्ध किसी समस्या का समाधान नहीं है.

पाकिस्तान पर क्या बोला

सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री प्रोटोकॉल तोड़कर नवाज शरीफ के जन्मदिन में शामिल होने गए. ये हमारे संबंध का नजीर था. सुषमा ने कहा कि बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद जब पाकिस्तान में नवाज शरीफ ने उसे शहादत बताया तो हालात बिगड़े. सुषमा ने फिर स्पष्ट कर दिया हमारी सरकार का रोडमैप ये है कि जिस दिन आतंक खत्म हो जाएगा, पाकिस्तान से हमारी दोस्ती सुधर जाएगी.

वहीं पड़ोसी देशों से संबंध के बारे में भी सुषमा स्वराज ने जवाब दिया. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश से सबसे अच्छे संबंध भारत के हैं. नेपाल में 17 साल तक देश का कोई पीएम नहीं गया, मगर पीएम मोदी गए. नेपाल में भूकंप के वक्त हमने दोस्ती निभाई. सुषमा ने पड़ोसी देशों में भूटान को सबसे लोकप्रिय बताया. साथ ही कहा कि मालदीव के जल संकट में हमने मदद की.

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बता दें कि विदेश नीति पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने आरोप लगाया था कि सुषमा स्वराज को विदेश मंत्री के रूप में सही तौर काम करने नहीं दिया जाता है. हालांकि, सुषमा ने इसका भी जवाब दिया और कहा कि विदेश नीति पर पीएम मोदी मुझसे हमेशा बात करते हैं.

 

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