राज्यसभा का टिकट पाने के लिए कई नेता एड़ी चोटी का जोर लगाते हैं पर कामयाबी नहीं मिलती. लेकिन कांग्रेस की ओर से टिकट भी मिल गया और जब नामांकन भरने गए तो उन्हें नामांकन दाखिल करने में दिक्कत आने लगी क्योंकि एनओसी नहीं मिल रही.
मामला गुजरात का है, जहां से राज्यसभा कांग्रेस उम्मीदवार नारायण भाई राठवा के नामांकन दाखिल करने में दिक्कत आ रही है, उन्हें अभी तक एनओसी नहीं मिल पाई है. राठवा एनओसी पाने की कोशिश में जुटे हैं. आज राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है.
गुजरात के नेता शक्तिसिंह गोहिल ने राठवा की उम्मीदवारी पर कहा कि कांग्रेस कि ओर से राठवा ही पर्चा दाखिल करेंगे, हम तकनीकी रूप से 100 फीसदी सही होने पर ही अपना पर्चा दाखिल करना चाहते थे.
उन्होंने बताया कि राठवा का एक लोन था जिसका 2009 में एनओसी था, लेकिन 2009 के बाद वो कभी भी विधायक या एमपी नहीं रहे, जिसके लिए पर्चे के साथ एक एनओसी दाखिल करना पड़ता है, वो एनओसी हमने मंगवाया है, रिटर्निंग ऑफिसर से बात भी हो गई है, हम 3 बजे तक पर्चा जरुर दाखिल कर देंगे.
इससे पहले, राठवा की उम्मीदवारी पर फंसे पेंच को देखते हुए पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोपहर 12.15 बजे राजीव शुक्ला को बैकअप उम्मीदवार के तौर पर गुजरात पहुंचने का निर्देश दिया था. नामांकन आज दोपहर 3 बजे तक ही किया जा सकता है.
आनन-फानन में गुजरात जाने का निर्देश पाने वाले राजीव शुक्ला की कोशिश है कि तय वक्त में वह गुजरात पहुंच जाएं. अगर 3 बजे से पहले तक नारायण भाई राठवा एनओसी का इंतजाम नहीं कर पाते तो राजीव शुक्ला अपनी उम्मीदवारी पेश करेंगे.
अगर राजीव शुक्ला भी समय से नहीं पहुंच पाते तो फिर कांग्रेस किसी स्थानीय गुजराती उम्मीदवार को मैदान में उतारेगी.
दूसरी ओर, गुजरात बीजेपी से राज्यसभा के लिए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और पुरुषोत्तम रुपाला ने राज्यसभा के दो सीट के लिए नामांकन दाखिल किया. केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया साइकिल पर सवार होकर अपने घर से नामांकन दाखिल करने पहुंचे वहीं पुरुषोत्तम रुपाला ने भी अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
दिलचस्प बात यह है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अच्छे प्रदर्शन कि वजह से बीजेपी की चार राज्यसभा सीट में से दो सीट कांग्रेस को मिल गई. पिछली बार सभी चार राज्यसभा सीटों पर बीजेपी ने अपने सदस्यों को सांसद बनाया था, जिसमें वित्त मंत्री अरुण जेटली भी शामिल थे. जेटली ने इस बार उत्तर प्रदेश से अपना नामांकन दाखिल किया.
कुमार विक्रांत / गोपी घांघर