बिहार में उपचुनाव के समाप्त होने के तुरंत बाद ही जेडीयू और आरजेडी ने 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों का नाम घोषित कर दिया. आरजेडी ने दो नए चेहरों को पार्टी का टिकट दिया है वहीं जेडीयू ने पुराने राज्यसभा सदस्यों को ही फिर से रिपीट किया है.
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से हरी झंडी मिलने के बाद पार्टी ने रविवार को राज्यसभा की 2 सीटों के लिए पार्टी प्रवक्ता मनोज झा और बिजनेसमैन अशफाक करीम का नाम घोषित किया. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने इन दोनों नामों की घोषणा रविवार को की.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से आरजेडी की तरफ से राज्यसभा के दो नामों को लेकर काफी चर्चा हो रही थी जिसने पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी और जगदानंद सिंह का नाम शामिल है मगर इन सभी को दरकिनार करते हुए लालू प्रसाद ने नए चेहरों को तरजीह दी है. मनोज झा और अश्फाक करीम का राज्यसभा के लिए चुना जाना तय है.
गौरतलब है कि मनोज झा ब्राह्मण समाज से आते हैं और इनको टिकट देकर लालू यादव ने कहीं ना कहीं 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए सवर्ण जाति को खुश करने की कोशिश की है. वहीं दूसरी तरफ जेडीयू ने अपने कोटे के 2 सीटों के लिए नए चेहरों को ना चुनकर पुराने चेहरों को ही फिर से मैदान में उतारा है. इनमें जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और किंग महेंद्र शामिल हैं. दोनों की राज्यसभा सदस्यता अगले महीने समाप्त होने वाली है.
बीजेपी ने पहले से ही अपने 1 राज्यसभा सीट के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का नाम घोषित कर दिया है. यह पांचों उम्मीदवार सोमवार को अपना नामांकन करेंगे. बता दें कि बिहार से 6 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होना है जिनमें से जेडीयू के 2, आरजेडी के 2 और बीजेपी के एक उम्मीदवार जिनका नाम घोषित कर दिया गया है इनका चुना जाना तय है. मामला छठी सीट को लेकर फंसता दिखाई दे रहा है.
छठी सीट पर अगर NDA गठबंधन ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा और कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग नहीं की तो यह सीट कांग्रेस के खाते में जाएगी. कांग्रेस ने अब तक अपने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है.
रोहित कुमार सिंह / परमीता शर्मा