संसद की छत पर चढ़े कांग्रेसी सांसद, मोसुल पीड़ितों के लिए मांगा मुआवजा

कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरने में लगी है. बीते दिनों जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीयों के माने जाने की पुष्टि की थी तब भी कांग्रेस ने विदेश मंत्री पर देश और परिवारों को गुमराह करने का आरोप लगाया था.

Advertisement
छत पर चढ़े कांग्रेस के सांसद छत पर चढ़े कांग्रेस के सांसद

अनुग्रह मिश्र / सुप्रिया भारद्वाज / अशोक सिंघल

  • नई दिल्ली,
  • 03 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST

संसद में आज पंजाब के कांग्रेसी सांसदों ने मोसुल में 39 भारतीयों की हत्या पर संसद भवन की छत पर चढ़कर प्रदर्शन किया. कांग्रेस सांसदों की मांग है कि मृतकों के परिवारों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाए. पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद और एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया है.

Advertisement

कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरने में लगी है. इसी कड़ी में आज कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, सुनील जाखड़ और संतोख सिंह चौधरी छत पर चढ़कर पोस्टर लहराने लगे. बीते दिनों जब विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीयों के माने जाने की पुष्टि की थी तब भी कांग्रेस ने विदेश मंत्री पर देश और परिवारों को गुमराह करने का आरोप लगाया था. इसे लेकर सरकार ने भी पलटवार करते हुए कांग्रेस पर संवेदनहीनता दिखाने का आरोप लगाया था.

सोमवार को विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ईराक के मोसुल में मारे गए 39 में से 38 भारतीयों का शवों को लेकर अमृतसर पहुंचे थे. मारे गए भारतीयों में सबसे ज्यादा 27 लोग पंजाब के अलग-अलग जिलों से ही थे. एक शव का डीएनए पूरी तरह से मिल नहीं सका है इसलिए एक शव को भारत नहीं लाया जा सका.

Advertisement

'मुआवजा बिस्किट बांटने जैसा काम नहीं'

इस दौरान पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने के सवाल पर विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा, 'ये बिस्किट बांटने वाला काम नहीं है, ये आदमियों की जिंदगी का सवाल है. आ गई बात समझ में? मैं अभी ऐलान कहां से करूं? जेब में कोई पिटारा थोड़ी रखा हुआ है.' वीके सिंह यहीं नहीं रुके, बल्कि मृतकों के परिवारों को नौकरी देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये फुटबॉल का खेल नहीं है.

पहले आई थी अगवा होने की खबर

जून 2014 में उत्तरी मोसुल शहर पर कब्जा करने के तुरंत बाद आईएस ने इन मजदूरों को अगवा कर लिया था. इसके बाद उनकी मौत को लेकर संशय बना हुआ था. बीते 20 मार्च को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में इस बात की पुष्टि की थी कि सभी भारतीय जो अगवा किए गए थे, उनकी मौत हो चुकी है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement