लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता अधीर रंजन ने गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली हिंसा के वक्त अमित शाह क्या कर रहे थे. दिल्ली के कानून की जिम्मेदारी उनके पास है. अधीर रंजन ने कहा कि जब दिल्ली जल रही थी तो अहमदाबाद में डोनाल्ड ट्रंप का स्वागत किया जा रहा था. तीन दिन तक दिल्ली में जो हिंसा हुई उसमें आपकी क्या जिम्मेदारी थी.
अधीर रंजन के बाद बीजेपी की ओर से सांसद मीनाक्षी लेखी बोलने के लिए खड़ी हुईं. उन्होंने अधीर रंजन के हमलों का जवाब दिया. मीनाक्षी लेखी ने बताया कि दिल्ली हिंसा के वक्त गृह मंत्री अमित शाह क्या कर रहे थे. बीजेपी सांसद ने कहा कि दिल्ली में 23 फरवरी को हिंसा की शुरुआत हुई.
ये भी पढ़ें- TMC सांसद बोले- सड़क पर उतरे अजीत डोभाल, भगवान के नाम पर इस्तीफा दें अमित शाह
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 24 फरवरी को गृह मंत्री ने बैठक की. गृह मंत्रालय के सभी अधिकारी बैठक में थे. अमित शाह ने 1 बजे तक अधिकारियों को निर्देश दिया. मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 25 फरवरी की सुबह उन्होंने फिर अधिकारियों के साथ बैठक की. हिंसा रोकने के लिए उन्होंने उच्च नेताओं से मुलाकात की. 26 फरवरी को उन्होंने फिर बैठक की.
'कांग्रेस के कार्यकाल में हुए सबसे ज्यादा दंगे'
बीजेपी सांसद ने कहा कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा दंगे कांग्रेस के कार्यकाल में हुए. टॉप 10 दंगे कांग्रेस के समय में हुए. 2002 के बाद गुजरात में कोई दंगे नहीं हुए. आज दिल्ली रो रही होगी. लोगों ने मुफ्त बिजली और पानी के लिए एक पार्टी को वोट दिया. लेकिन हमने देखा कि दंगे में करोड़ों का नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि दिल्ली बीजेपी के सांसदों ने शांति लाई. अगर अजीत डोभाल हिंसाग्रस्त इलाकों में जाते हैं तो क्या गलती है. वह NSA हैं.
ये भी पढ़ें- लोकसभा में भिड़े MP, रोकने के लिए स्मृति ने उठाया ये कदम, हो रही तारीफ
अधीर रंजन चौधरी ने क्या कहा
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार कोशिश करती तो दिल्ली हिंसा को रोका जा सकता है. ये देश की राजधानी है. यहां की पुलिस को हम मॉर्डन मानते हैं. हथियार की कोई कमी नहीं है. फिर ये घटना क्यों घटी. तीन दिन लगातार ये घटना कैसे घटी. सरकार को जवाब देना होगा. गृह मंत्री अमित शाह तीन दिन तक कहां थे. दिल्ली के कानून की जिम्मेदारी उनके पास है.
aajtak.in