नोटबंदी भारत का अंदरूनी मामला, उन्हें हमारी शुभकामनाएं: अब्दुल बासित

पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कब सुधरेंगे ये कहना मुश्किल है लेकिन हमें कोशिश जारी रखनी चाहिए. एक कार्यक्रम में लखनऊ आए बासित ने कहा कि 'मुझे नहीं मालूम भारत-पाक के रिश्तों में कब सुधार आएगा, लेकिन हमें कोशिशें जारी रखनी चाहिए, ताकि रिश्ते बिगड़ने न पाएं.'

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अब्दुल बासित अब्दुल बासित

सबा नाज़ / कुमार अभिषेक

  • लखनऊ,
  • 14 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 10:39 PM IST

पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कब सुधरेंगे ये कहना मुश्किल है लेकिन हमें कोशिश जारी रखनी चाहिए. एक कार्यक्रम में लखनऊ आए बासित ने कहा कि 'मुझे नहीं मालूम भारत-पाक के रिश्तों में कब सुधार आएगा, लेकिन हमें कोशिशें जारी रखनी चाहिए, ताकि रिश्ते बिगड़ने न पाएं.'

रिश्तों में सुधार हो रिश्ते अच्छे हो जो हमारी समस्या हैं उन्हें हल करने के लिए गंभीर कोशिश करनी चाहिये, इसी के लिए हम कोशिश कर रहे हैं. भारत-पाकिस्तान के बीच बुनियादी समस्या जम्मू कश्मीर की है. जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच रिश्ते नहीं बन सके जिसकी वजह से हमने जंगे भी लड़ी.

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बासित ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि जम्मू कश्मीर की अवाम के जरिये मसले को हल किया जाना चाहिए, इसका जल्द से जल्द हल होना चाहिए हम यही उम्मीद करते हैं. सिर्फ बातचीत से ही इसको सुलझाया जा सकता है. 500-1000 की नोटबंदी पर बासित ने कहा कि ये भारत का अंदरूनी मामला है मैं इस पर कोई कमेंट नहीं करूंगा. बस मैं भारत को शुभकामनाएं देता हूं.

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