तमिलनाडु के पुडुकोट्टई में सबरीमाला के श्रद्धालुओं से भरी वैन एक ट्रक से टकरा गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई. इसमें से 4 लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा. ये श्रद्धालु केरल के सबरीमाला मंदिर से वापस लौट रहे थे. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक सबरीमाला के ये श्रद्धालु आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे और सबरीमाला से वापस लौट रहे थे.
यह घटना उस समय सामने आई है, जब सबरीमाला मंदिर में 10 से 50 साल की उम्र महिलाओं के प्रवेश को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 2 जनवरी को तड़के 3 बजकर 38 मिनट पर काले रंग के परिधान पहने और चेहरों को ढककर कनकदुर्गा (44 वर्ष) और बिंदू (42 वर्ष) नाम की दो महिलाओं ने पुलिस की निगरानी वाले सबरीमाला मंदिर में प्रवेश किया था. इसके साथ ही मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर पाबंदी की सदियों पुरानी परंपरा टूट गई थी. इस घटना के बाद से भारतीय जनता पार्टी और हिंदूवादी संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
इस दौरान राज्य में कई जगह हिंसक घटनाएं भी देखने को मिली हैं. प्रदर्शनकारियों ने कई बसों को आग के हवाले कर दिया और कई स्थानों पर तोड़फोड़ की. इस घटना में कई प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस को हालात को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े. इन हिंसक घटनाओं के बाद केरल में अब तक 3,170 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है, जबकि 1286 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. इस घटना को लेकर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े तो यहां तक कह चुके हैं कि केरल सरकार सूबे में कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह से विफल हो गई है. सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश की घटना हिंदुओं का दिनदहाड़े रेप है.
वहीं, रविवार को केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कानून व्यवस्था को लेकर केरल सरकार पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. सूबे में न आम नागरिक सुरक्षित है और न ही देश का सांसद. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केरल में राज्यसभा सांसद वी मुरलीधरन के घर पर बम से हमला किया गया और राज्य सरकार तमाशा देख रही है. रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ईरानी ने मीडिया को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नेशनल मीडिया दुनिया भर की खबर दिखा रही है, लेकिन एक राज्यसभा के घर पर हमले की खबर नहीं दिखा रही है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और वो राज्यसभा सांसद के घर पर हुए हमले और ऐसी सभी हिंसक घटनाओं की कड़ी आलोचना करते हैं.
राज्यसभा में उठा सबरीमाला मुद्दे पर जारी हिंसा का मामला
वहीं, शुक्रवार को राज्यसभा में सबरीमाला मुद्दे पर जारी हिंसा का मुद्दा उठा. CPM के सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाते हुए उच्च सदन से बहिर्गमन किया. वाम सदस्यों का आरोप था कि सबरीमाला मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू कराने की केरल सरकार की कोशिश को नाकाम करने के लिए केरल में भाजपा और आरएसएस द्वारा प्रायोजित हिंसा फैलाई जा रही है.
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