केरल में ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’ से 9 साल की बच्ची की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की चेतावनी

केरल के कोझिकोड जिले में 9 साल की बच्ची की मौत ‘ब्रेन-ईटिंग अमीबा’ से हो गई है. दो अन्य मरीज इलाज के तहत हैं, जिनमें से एक वेंटिलेटर पर है. स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से ठहरे हुए पानी से बचने और जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है.

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ब्रेन-ईटिंग अमीबा से बच्ची की मौत (Photo: Representational) ब्रेन-ईटिंग अमीबा से बच्ची की मौत (Photo: Representational)

aajtak.in

  • कोझिकोड,
  • 18 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 9:39 PM IST

केरल के कोझिकोड जिले में ब्रेन-ईटिंग अमीबा से 9 साल की बच्ची की मौत हो गई है. दो अन्य मरीज गंभीर हालत में इलाज करा रहे हैं, जिनमें से एक वेंटिलेटर पर है. इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी कर लोगों को सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है.

जानकारी के अनुसार, यह बीमारी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस नाम के संक्रमण से फैलती है, जो पानी में पाए जाने वाले अमीबा प्रजाति के कारण होता है. यह संक्रमण दिमाग को प्रभावित करता है और अधिकतर मामलों में यह उन लोगों में देखा जाता है, जो ठहरे हुए पानी में नहाते या तैरते हैं. अमीबा नाक और कान के रास्ते दिमाग तक पहुंच सकता है.

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ब्रेन-ईटिंग अमीबा से 9 साल की बच्ची की मौत

विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी इंसान से इंसान में नहीं फैलती. लेकिन इसकी मृत्यु दर काफी अधिक होती है. संक्रमण के लक्षण 5 से 10 दिन में सामने आते हैं. इनमें तेज सिरदर्द, बुखार, उल्टी, गर्दन मोड़ने में दिक्कत और रोशनी में देखने में परेशानी शामिल हैं. बच्चों में खाने की इच्छा कम होना, खेलने से बचना, याददाश्त कमजोर होना और दौरे जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं.

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को ठहरे हुए पानी में स्नान या तैरने से बचने की सलाह दी है. स्विमिंग पूल में जाने वालों को नाक पर क्लिप का इस्तेमाल करने, पानी की नियमित क्लोरीनेशन कराने और गंदे पानी में डुबकी न लगाने की हिदायत दी गई है. 

स्वास्थ्य विभाग ने ठहरे हुए पानी से बचने की सलाह दी

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कुओं और स्विमिंग पूल की साफ-सफाई स्वास्थ्यकर्मियों के मार्गदर्शन में नियमित रूप से करने को कहा गया है. जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. केके राजाराम ने कहा है कि लोगों को विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना जरूरी है, ताकि संक्रमण से बचा जा सके.

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