पीएम मोदी और इजरायली पीएम के तीन मूर्ति मार्ग पहुंचने पर हाइफा युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. ये युद्ध 1918 में लड़ा गया था.
इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, कृषि, जल संरक्षण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और आंतरिक सुरक्षा समेत तमाम अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में इजरायल के प्रधानमंत्री का यह पहला भारत दौरा है.
पिछले साल जुलाई में जब पीएम मोदी इजरायल गए थे, तब उनका बेहद गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया था. बेंजामिन नेतन्याहू की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और इजरायल अपने राजनयिक संबंधों की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. भारत यात्रा के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू दिल्ली, आगरा, अहमदाबाद और मुंबई जाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी और नेतन्याहू के बीच 15 जनवरी को द्विपक्षीय वार्ता हागी. दूसरे भारत इजरायल सीईओ फोरम की बैठक में दोनों राष्ट्राध्यक्ष शामिल होंगे. इसके बाद नेतन्याहू राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भेंट करेंगे. नेतन्याहू की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात का भी कार्यक्रम है.
-16 जनवरी को प्रधानमंत्री नेतन्याहू रायसिना डायलॉग में भाग लेंगे.
-17 जनवरी को उनका गुजरात में कृषि क्षेत्र में राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र जाने का कार्यक्रम है.
-18 जनवरी को नेतन्याहू मुंबई जाएंगे, जहां उनका कारोबार संबंधी बातचीत का कार्यक्रम है.
बेंजामिन नेतन्याहू अपने दौरे पर आगरा के ताजमहल भी जाएंगे. इसके बाद 19 जनवरी को नेतन्याहू वापस चले जाएंगे. बता दें कि 1992 से दोनों देशों के बीच स्थापित हुए राजनयिक संबंधों के बाद बेंजामिन नेतन्याहू का यह भारत दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इससे पहले 2003 में एनडीए सरकार के दौरान ही इजरायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री एरियल शेरॉन भारत आए थे.
जावेद अख़्तर