विदेश सचिव विजय गोखले का दो साल का कार्यकाल 29 जनवरी 2020 को पूरा हो रहा है. गोखले के बाद विदेश सचिव का पद कौन संभालेगा, कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने सोमवार को इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी. 1984 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हर्ष वर्धन श्रृंगला, गोखले का स्थान लेंगे.
श्रृंगला अपने बैच के टॉपर हैं और वर्तमान समय में अमेरिका में भारत के राजदूत हैं. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और नागरिकता संशोधन कानून लागू किए जाने के बाद भारत और अमेरिका के संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े और यह सामान्य बना रहे, इस दिशा में विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ श्रृंगला की भूमिका महत्वपूर्ण रही.
वरिष्ठता के आधार पर नहीं हुई नियुक्ति
हर्ष वर्धन श्रृंगला की नियुक्ति में मापदंड वरिष्ठता नहीं रही. यह पूरी तरह प्रधानमंत्री और उनकी कोर टीम विदेश सचिव के पद पर क्या चाहती है, इस आधार पर नियुक्ति हुई. वरिष्ठता क्रम को देखें तो विदेश सेवा के तीन अधिकारी श्रृंगला से आगे थे. ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त रूचि घनश्याम 1982 बैच की अधिकारी हैं, वहीं संयुक्त राष्ट्र संघ जेनेवा में भारत के दूत राजीव चंदर 1983 और चिली में भारत की राजदूत अनिता नायर 1983 बैच की भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं.
विदेश मंत्रालय में संभाल चुके हैं संयुक्त सचिव का पद
हर्ष वर्धन पहले विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव का पद संभाल चुके हैं. उन्होंने बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव और श्रीलंका के मामलों को हैंडल किया था. वह पड़ोसी देशों के संबंधों की अच्छी समझ रखते हैं. विदेश मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो अगले साल भारत के दूतावासों में कई नियुक्तियां होंगी. विदेश सचिव के पद पर श्रृंगला की नियुक्ति के साथ ही इसका रास्ता साफ हो गया है.
इन दूतावासों में होंगी नियुक्तियां
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार अगले कुछ महीनों में लंदन, वॉशिंगटन, काठमांडू, कोलंबो, अंकारा के दूतावासों में कार्यरत राजदूतों के कार्यकाल तो समाप्त हो रहे हैं या फिर वह रिटायर हो रहे हैं. कनाडा और पाकिस्तान के दूतावासों में पद पहले से ही रिक्त चल रहे हैं. कनाडा में भारत के राजदूत विकास स्वरूप मुख्यालय आ गए थे, जबकि पाकिस्तान ने संबंधों में आई तल्खी के बाद अजय बिसारिया को वापस भेज दिया था.
मंजीत नेगी / गीता मोहन