CM योगी ने अयोध्या की तैयारियों को लेकर की हाई लेवल मीटिंग

अवनीश अवस्थी ने सोशल मीडिया की गंभीरता को बताते हुए कहा कि सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण बिंदु है. जिसमें कुछ ऐसे तत्व है जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं. पहली बार पुलिस विभाग ने सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग शुरू की है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर

कुमार अभिषेक

  • लखनऊ,
  • 08 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 3:55 PM IST

  • मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पीस कमेटी ने हर थाने पर समीक्षा की
  • अयोध्या के फैसले के लिए हम हैं तैयार, शांति के लिए करेंगे अपील

अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले उत्तर प्रदेश में प्रशासन सतर्कता बरत रहा है. इसी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार रात में लगतार दूसरी बार प्रदेश के सभी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वन-टु-वन बैठक की है.

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इस बैठक में कमिश्नर, एडीजी, सभी पुलिस अधिकारी, एडीजी, आईजी, डीआईजी शामिल हुए. ये बैठक लगभग शाम 8:00 बजे से रात 11:30 बजे तक चली. इस बैठक को लेकर गृह सचिव अवनीश अवस्थी आजतक से खास बातचीत की.

मुख्यमंत्री ने मीटिंग में की समीक्षा

गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया, 'मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पीस कमेटी ने हर थाने पर समीक्षा की है. कई बार इस पूरे मामले में कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मीटिंग की गई ताकि किसी तरह की दिक्कत ना आए. जनपद स्तर पर पूरे प्रदेश में अब तक 406 पीस मीटिंग हुई है, थाने स्टार पर 6727 पीस कमेटी की मीटिंग कल तक हुई है.'

गृह सचिव ने कहा, 'धर्मगुरु है, जो पुलिस मित्र है, जो महानुभाव है, जो जनप्रतिनिधि हैं, उनके साथ भी धर्म गुरुओं के साथ भी मेरठ, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा, सभी जगह के सभी लोगों के साथ मीटिंग हुई है. लगभग जनपद स्तर पर धर्म गुरुओं के साथ ही करीब जनपद स्तर 369 बैठकें हुई हैं और थाने स्तर पर लगभग 7799 बैठकें हुई हैं.'

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अयोध्या का मामला महत्वपूर्ण

आगे उन्होंने कहा, 'हम सभी को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. ये मामला एक महत्वपूर्ण मामला है, जिसके लिए सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है. प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी काफी मेहनत कर रहे हैं जहां हम लोग पीस कमेटी के साथ कॉन्फिडेंस बिल्डिंग कर रहे हैं. पुलिस असामाजिक तत्वों पर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है. अभी तक पुलिस ने इसको लेकर 909 लोगों को गिरफ्तार किया है. 13549 लोगों को हम लोगों ने पाबंद किया है. यह प्रक्रिया निरंतर चलती रहेगी और यह प्रक्रिया 15 दिसंबर तक हम इस को मजबूती से करते रहेंगे.'

अवनीश अवस्थी ने सोशल मीडिया की गंभीरता को बताते हुए कहा कि सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण बिंदु है. जिसमें कुछ ऐसे तत्व है जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं. पहली बार पुलिस विभाग ने सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग शुरू की है. जो लोग सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले तत्व डालते हैं उन पर पुलिस कार्यवाई करेगी. इसके लिए पुलिस ने 55 लोगों को पाबंद किया है 71 लोगों को गिरफ़्तर भी किया है.

उन्होंने बोला, 'मीडिया के माध्यम से बताना चाहूंगा कि सोशल मीडिया पर हमारी बहुत ही पैनी नजर है और सोशल मीडिया में अगर कोई भी परेशानी क्रिएट करता है तो उस पर सख्ती से कार्रवाई होगी. वह यह न सोचें कि सोशल मीडिया में बच जाएंगे या कहीं छुप जाएंगे. यही नहीं इसके अलावा उन्होंने कमिश्नर और आईजी डीआईजी स्कोर दूसरे जनपदों में अपने हेड क्वार्टर से वहां नाइट हॉल्ट करने को कहा है जिसके बाद उनके अलग-अलग जनपदों में नाइट हॉल्ट किया है.

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सुप्रीम कोर्ट में डीजीपी और CS पहुंचे

अवनीश अवस्थी ने बताया, 'हम लोग अपने प्रदेश में पूरी व्यवस्था किए हुए हैं. हम लोग पूरी प्रेस सचिव डीजीपी, पुलिस के सभी पुलिस अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी मजबूती से काम कर रहे हैं. जहां तक फील्ड में कार्रवाई का सवाल है. हम लोग कार्रवाई में कहीं पीछे नहीं रहेंगे. जहां तक पॉजिटिव कॉन्फिडेंस बिल्डिंग में सवाल है हम लोग सब आगे से आगे बढ़कर कदम से कदम मिलाएंगे. जनप्रतिनिधियों से पार्टी के लोगों से सभी लोगों से यही निवेदन है जो भी फैसला आएगा और जो भी फैसला होगा उसको समझदारी से अपनाएं.

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