आधार कार्ड की अनिवार्यता को लेकर इस दिनों मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. इसी सिलसिले में बृहस्पतिवार को चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अदालत में आधार पर पआवर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया जाना है और इस समय वहां पर प्रेजेंटेशन शुरू हो गया है.
यह प्रेजेंटेशन यूआईडीएआई के मुख्य कार्यकारी अजय भूषण पांडेय की ओर से दिया जा रहा है. अपने प्रेजेंटेशन में उन्होंने बताया कि आधार देश में नो आईडी से ऑनलाइन आईडी तक का सफर है. आधार कार्ड से पहले देश के नागरिकों के पास कोई राष्ट्रीय पहचान पत्र नहीं था तो जो सभी राज्यों में स्वीकार हो जाए.
इस पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के लिए चीफ जस्टिस की अदालत में दो स्क्रिन लगाए गए हैं जिसमें एक का रुख बेंच की ओर जबकि दूसरे का वकीलों की ओर रखा गया है.
इससे पहले मोबाइल नंबर और बैंक खातों को आधार से लिंक करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों बड़ा फैसला सुनाया था. अपने आदेश में उसने कहा था कि जब तक इस मामले में कोई फैसला नहीं आता, तब तक आधार लिंक करने की विंडो खुली रहेगी. कोर्ट ने यह भी साफ किया था कि केंद्र सरकार आधार को अनिवार्य बनाने को लेकर दबाव नहीं डाल सकती.
मोबाइल नंबर और आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से लिंक करने की आखिरी तारीख 31 मार्च थी. हालांकि इस आदेश के बाद यह डेडलाइन आगे बढ़ना तय माना जा रहा है.
आधार की अनिवार्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए.एम. खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच सुनवाई कर रही है.
संजय शर्मा