धौलपुर: बाप-बेटे को कोबरा सांप ने काटा, झाड़ फूंक के दौरान हुई मौत

धौलपुर में पिता पुत्र की सर्पदंश से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि अंधविश्वास के चलते परिजन अस्पताल ले जाने के बजाए किसी झाड़ फूंक करने वाले के पास युवक को लेकर गए, जिसके काराण मौत हुई. युवक को सही समय पर अस्पताल ले जाया गया होता तो उसे बचाया जा सकता था.

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सर्पदंश के शिकार पिता-पुत्र की मौत (फोटो आजतक) सर्पदंश के शिकार पिता-पुत्र की मौत (फोटो आजतक)

उमेश मिश्रा

  • धौलपुर ,
  • 14 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 9:34 AM IST
  • सांप के काटने से पिता-पुत्र की हुई मौत
  • इलाज में लापरवाही बरतने से हुई मौत
  • सर्पदंश के बाद झाड़ फूंक में लगे रहे परिजन

राजस्थान के धौलपुर में कोबरा सांप के काटने से पिता-पुत्र की मौत हो गई. यह घटना दरियापुर गांव की बताई जा रही है. सांप ने पहले 28 साल के महेश को कान के पास काटा और उसकी नींद खुल गई फिर उसने देखा कि सांप उसके कान से चिपका हुआ है और खून बह रहा है. महेश ने तुरंत ही सांप को पकड़कर दूर फेंक दिया. परिजनों के चिल्लाने से गांव के लोग मौके पर पहुंचे और उसे झाड़ फूंक के लिए गांव के बरीपुरा ले गए.

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थोड़ी देर बाद खबर आई कि महेश के 12 साल के बेटे को भी सांप ने काट लिया है. उसे दिखना बंद हो गया है और बच्चे को परिवार के लोग अस्पताल ले गए लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. बेटे की मौत खबर सुनकर महेश की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी और परिजन उसे ग्वालियर के अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे. लेकिन रास्ते में उसकी भी मौत हो गई. इस घटना से गांव में मातम छाया हुआ है परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है.       

सांप के काटने से पिता-पुत्र की मौत 

इस दौरान वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सांप को पकड़ने की कोशिश करने लगी. अंधेरा होने की वजह से सांप पकड़ में नहीं आ सका. स्थानीय लोगों का कहना है कि महेश को झाड़-फूंक करने वाले की बजाए उसे अस्पताल ले जाया जाता तो शायद जान बच सकती थी.   

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झाड़-फूंक के चक्कर में हुई मौत 

पिता-पुत्र की मौत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अस्पताल के शव गृह में पहुंचाने की कवायत शुरू हुई. लेकिन परिजन बाप-बेटे को मृत नहीं समझा और बोले की बॉडी से पसीना आ रहा है इसलिए दोनों शवों को झाड़ फूंक करने के लिए किसी देवता के स्थान पर ले गए. लेकिन दोनों की मौत बहुत पहले ही हो चुकी थी. मृतक सड़क किनारे कच्चे मकान में रहकर अपने परिवार का ठेला चलाकर गुजर बसर करता था. घर के आसपास चारों तरफ पेड़-पौधे और झाड़ियों से घिरा माहौल है. 

लापरवाही बरतना मौत का बड़ा कारण 

वन विभाग के रेंजर अरविंद कुमार का कहना है कि सांप की सूचना मिलते ही वन संरक्षक की टीम मौके पर पहुंची. रात ज्यादा हो गई थी और इनका मकान जंगल में बना हुआ है. सांप के काटने के बाद लापरवाही बरती गई, जिसके चलते दोनों की मौत हो गई.  
 

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