राजस्थान: रणथंभौर में बढ़ी बाघों की संख्या, T-84 बाघिन के साथ नजर आए 3 शावक

राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क में एरोहेड के नाम से फेमस बाघिन टी-84 शुक्रवार को 3 शावकों के साथ नजर आई. रणथंभौर में बाघों की संख्या बढ़कर अब 72 हो गई है. बाघिन एरोहेड तीसरी बार मां बनी है.

Advertisement
रणथंभौर नेशनल पार्क में बढ़ा बाघों का कुनबा. (सांकेतिक तस्वीर) रणथंभौर नेशनल पार्क में बढ़ा बाघों का कुनबा. (सांकेतिक तस्वीर)

aajtak.in

  • सवाई माधोपुर,
  • 17 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 10:50 AM IST
  • बाघिन टी-84 के दो नहीं तीन शावक
  • मॉनिटरिंग टीम ने भी की पुष्टि
  • रणथंभौर में बाघों की संख्या हुई 72

रणथंभौर नेशनल पार्क में एरोहेड के नाम से विख्यात बाघिन टी-84 शुक्रवार को तीन शावकों के नजर आई. वन अधिकारियों का कहना है कि बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया है. वन अधिकारियों ने एरोहेड बाघिन को अरण्या कमलधार क्षेत्र में पहले 2 नन्हें शावकों के साथ देखा गया था. अब जोन 3 में तीन शावकों के साथ बाघिन को देखा गया है. 

Advertisement

शुक्रवार शाम को बाघिन की मॉनिटरिंग के लिए गए वन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है. सूत्रों के मुताबिक 13 जुलाई को शाम के वक्त जोन 2 में बाघिन ऐरोहेड टी-84 को दो नन्हें शावकों के साथ घूमते देखा गया था. बाघिन एरोहेड तीसरी बार मां बनी है. बाघिन ऐरोहेड बाघिन टी-19 कृष्णा की बेटी और रणथम्भौर क्वीन बाघिन मछली टी-16 की नवासी है.

बाघिन जब पहली बार मां बनी थी, तब जन्मे शावक जीवित नहीं रह पाए थे. बाघिन के दूसरे प्रसव में वन्यजीव प्रेमियों और सैलानियों की चहेती बाघिन रिद्धि टी-124 व बाघिन सिद्धि टी-125 पैदा हुई थीं. अब एक बार फिर बाघिन ने तीसरी बार 3 शावकों को जन्म दिया है.

राजस्थानः रणथंभौर में टी-111 ने चार शावकों को दिया जन्म, 3 साल में बढ़े 33 टाइगर 

रणथंभौर में बाघों की संख्या बढ़कर हुई 72

बाघिन ऐरोहेड के तीसरी बार मां बनने से रणथंभौर में बाघों का कुनबा बढ़ गया है. रणथंभौर में 21 नर बाघ, 30 मादा बाघ और 21 शावक मिलाकर 72 बाघ हो गए हैं.

Advertisement


रथथंभौर नेशनल पार्क, सवाईमाधोपुर के उप वन निरीक्षक का कहना है कि बाघिन ऐरोहेड टी-84 के दो नहीं तीन शावक हैं. शुक्रवार को मॉनीटरिंग के दौरान बाघिन के साथ तीन शावक दिखाई दिए. पहली बार बाघिन के साथ दो शावक नजर आए थे. बाघिन के शावक लगभग डेढ़ से दो माह के हैं.

(सवाई माधोपुर से सुनील जोशी की रिपोर्ट)
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement