राजस्थान के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम पिछले 12 दिन से मानेसर में होटल के बाहर भंवर लाल शर्मा से पूछताछ के लिए बैठी है, लेकिन भंवरलाल नहीं मिल रहे हैं.
सरकार के प्रभाव में राजस्थान पुलिस
इस बीच विधायक भंवर लाल शर्मा ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए मांग की है कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के एफआईआर नंबर 437 की जांच एनआईए से करवाई जाए क्योंकि राजस्थान पुलिस सरकार के प्रभाव में काम कर रही है और उन्हें जानबूझकर फंसाने की साजिश की जा रही है क्योंकि वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को हटाने की मांग कर रहे हैं.
राजस्थान में सियासी संकट बनने के बाद हरियाणा के मानेसर के रिजॉर्ट में पायलट गुट के विधायक काफी वक्त से ठहरे हुए थे, जिनकी तलाश खुद राजस्थान पुलिस की SOG टीम भी कर रही थी. लेकिन पिछले दिनों बेस्ट वेस्टर्न रिजॉर्ट की ओर से लिखित में जवाब दिया गया कि कांग्रेस का कोई विधायक रिजॉर्ट में मौजूद नहीं है.
राजस्थान की SOG टीम ने ऑडियो मामले में केस दर्ज कर रखा है. ऑडियो में बागी विधायक भंवरलाल शर्मा की आवाज होने का दावा किया गया है. ऐसे में उनका वॉयस सैंपल लेने की बात कही जा रही है, जिसके लिए SOG टीम मानेसर के रिजॉर्ट में पहुंची थी.
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हालांकि SOG की टीम के रिजॉर्ट पहुंचने पर हरियाणा पुलिस और टीम का कई बार सामना हुआ. लेकिन टीम को भंवरलाल शर्मा नहीं मिले. जिस पर SOG की ओर से नोटिस जारी कर रिजॉर्ट से पूछा गया कि क्या भंवरलाल शर्मा अंदर मौजूद हैं, जिस पर रिजॉर्ट ने नहीं का जवाब दिया था.
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राजस्थान में सियासी संकट के बीच कुछ ऑडियो सामने आए थे. कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि इस ऑडियो में बागी विधायक भंवरलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच लेन-देन की बातचीत हुई है. इसी आधार पर SOG की ओर से 3 FIR दर्ज की गईं.
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