राजस्थान: कांग्रेस नेता ज्योति मिर्धा का आरोप, पैतृक जमीन हड़प रहे हैं चाचा, केस दर्ज

नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने अपने चाचा और राजस्थान की पूर्व पर्यटन मंत्री उषा पूनिया सहित 13 लोगों के खिलाफ अपने पिता की संपत्ति को नकली दस्तावेजों के आधार पर हड़पने का मामला दर्ज कराया है.

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कांग्रेस नेता ज्योति मिर्धा (फोटो-फेसबुक) कांग्रेस नेता ज्योति मिर्धा (फोटो-फेसबुक)

अशोक शर्मा

  • जोधपुर,
  • 06 अगस्त 2021,
  • अपडेटेड 3:30 PM IST
  • ज्योति मिर्धा ने चाचा पर लगाया आरोप
  • फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन कब्जे की कोशिश

राजस्थान के नागौर जिले का प्रभावशाली मिर्धा परिवार का संपत्ति विवाद अब सार्वजनिक हो गया है. नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने अपने चाचा और राजस्थान की पूर्व पर्यटन मंत्री उषा पूनिया सहित 13 लोगों के खिलाफ अपने पिता की संपत्ति को नकली दस्तावेजों के आधार पर हड़पने का मामला दर्ज कराया है. इस मामले में जोधपुर की चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में केस दर्ज करवाया गया है. 

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ज्योति मिर्धा की ओर से न्यायालय में केस फाइल किया गया था. फिर अब न्यायालय के आदेश पर यह मामला सीएचबी पुलिस थाने में दर्ज किया गया है. मिर्धा की ओर से पेश किए गए परिवाद में बताया गया है कि नाथूराम मिर्धा के पुत्र राम प्रकाश मिर्धा और भानुप्रकाश मिर्धा भाई हैं. 

जमीन पर कब्जे की कोशिश

इनमें भानुप्रकाश मिर्धा ने अपने भाई रामप्रकाश मिर्धा के कूट रचित हस्ताक्षर कर उनके हिस्से की जमीन बेचकर वहां कॉलोनी काटने का प्रयास किया. जानकरी के अनुसार भानुप्रकाश मिर्धा ने 1988 में मिर्धा फार्म हाउस की दो रकबा 4 बीघा जमीन पर कॉलोनी काटना तय किया गया था. 

आरोप है कि मिर्धा फार्म हाउस का जो हिस्सा बेचा गया वह रामप्रकाश मिर्धा के हिस्से की जमीन है लेकिन भानुप्रकाश और अन्य ने मिलकर जानबूझकर इसको बेच दिया. मिर्धा ने आरोप लगाया कि बड़े पद पर आसीन होने का गलत फायदा उठाते हुए यह फर्जीवाड़ा किया गया है.  इन दस्तावेजों के आधार पर फार्म हाउस की कृषि भूमि को आवासीय भूमि में परिवर्तित कर दिया गया था. 

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मैं और मेरी बहन जमीन की हकदार-ज्योति

ज्योति मिर्धा ने कहा लगाया कि मैं और मेरी बहन हेम श्वेता मिर्धा ही इस संपत्ति की वारिस हैं. उन्होंने कहा कि हम दोनों बहनों का जोधपुर आना बहुत कम होता है. इस फर्जीवाड़े की जानकारी उन्हें काफी टाइम तक नहीं मिली. उन्होंने प्रशासन से इंसाफ की मांग की है. 

इस प्रकरण में भानु प्रकाश मिर्धा के अलावा सोसायटी के अध्यक्ष भंवरलाल, बाड़मेर निवासी महेश चौधरी समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

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