राजस्थान: 55 फीट गहरे बोरवेल में फंसे 4 साल के मासूम को सुरक्षित बाहर निकाला, जिगर के टुकड़े को गले लगाकर रोने लगी मां

26 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 4 साल के गुड्डू को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया. गुरुवार शाम को 4 बजे खेलते समय गुड्डू ढाणी के बाहर बने बोरवेल में गुड्डू गिर गया था. कड़ी मेहनत के बाद सिविल डिफेंस, SDRF और NDRF की टीम ने बोरवेल में गिरे गुड्डू को सकुशल निकालने में सफल रही.

Advertisement
बोरवेल में फंसे मासूम को बचाया लिया गया बोरवेल में फंसे मासूम को बचाया लिया गया

aajtak.in

  • ,
  • 25 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:19 PM IST
  • चार साल का बच्चा 55 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था
  • कड़ी मशक्कत के बाद मासूम को सकुशल बाहर निकाला
  • बोरवेल के समानान्तर जेसीबी से बड़ा गड्ढा खोदा गया
  • एनडीआरएफ और एसडीआएफ की टीम ने किया कमाल

राजस्थान के सीकर के बिजारणिया की ढाणी में 26 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 4 साल के गुड्डू को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया. गुरुवार शाम को 4 बजे खेलते समय गुड्डू ढाणी के बाहर बने बोरवेल में गुड्डू गिर गया था. कड़ी मेहनत के बाद सिविल डिफेंस, SDRF और NDRF की टीम ने बोरवेल में गिरे गुड्डू को सकुशल निकालने में सफल रही. मासूम बच्चे को सकुशल देख परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई और मां उसे गले लगाकर रो पड़ी. बोरवेल से बच्चे को निकालने के बाद प्रशासन ने मासूम को एंबुलेंस से तुरंत अस्पताल भेजा.    

Advertisement

गुरुवार देर शाम से एसडीआरएफ सहित अन्य बचाव दल रेस्क्यू अभियान चला रहे थे. करीब 26 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शुक्रवार शाम 5 बजकर 30 मिनट पर गुड्डू को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. मासूम बच्चा 55 फीट गहरे बोरवेल में फंसा था. बचाव दल ने जेसीबी की मदद से बोरवेल के बगल से करीब 60 फीट तक खुदाई की और बच्चे को बाहर निकाला.  

युद्ध स्तर पर चल रहा है बच्चे बचाने का प्रयास 

बता दें, बच्चा गुरुवार दोपहर तीन बजे खेलते- खेलते बोरवेल में गिर गया था. उसे बचाने का प्रयास युद्ध स्तर पर प्रयास किया गया था. घटना स्थल पर दांतारामगढ़ विधायक चौधरी वीरेन्द्र सिंह, कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी, एडीएम धारा सिंह मीणा, एसपी कुंवर राष्ट्रदीप, एसडीएम राजेश मीणा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधी मौके पर मौजूद थे. 

कुछ ही घंटों में ऑपरेशन पूरा होने की उम्मीद 

Advertisement

बचाव दल की टीम ने बच्चे तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई. उसे खाने के लिए बिस्किट भी दिए गए.  बच्चे के परिजन उससे लगातार बात भी कर रहे थे. बच्चे के बोरवेल में गिरने के बाद से उसके माता-पिता और बहन का बुरा हाल था. बच्चे के सुरक्षित बाहर आने के बाद हर किसी ने राहत की सांस ली.  

(इनपुट- सुशील कुमार जोशी) 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement