पंजाब से PAK गई सिख महिला लापता... क्या इस्लाम धर्म अपनाया? जांच में जुटी एजेंसियां

पाकिस्तान गई पंजाब की 48 वर्षीय श्रद्धालु सरबजीत कौर जथा के साथ भारत नहीं लौटी, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. सोशल मीडिया पर उनका कथित ‘निकाहनामा’ सामने आया है, जिसमें उनके इस्लाम कबूल कर शादी करने का दावा है. पुलिस ने कहा कि अभी तक उनके धर्म परिवर्तन की पुष्टि नहीं हुई है. कौर पर पहले धोखाधड़ी के तीन केस भी दर्ज थे.

Advertisement
सरबजीत कौर पर पंजाब में पहले से तीन केस दर्ज थे. Photo- ITG सरबजीत कौर पर पंजाब में पहले से तीन केस दर्ज थे. Photo- ITG

aajtak.in

  • चंडीगढ़,
  • 15 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:47 PM IST

पंजाब के कपूरथला जिले की रहने वाली 48 वर्षीय सरबजीत कौर पाकिस्तान से वापस नहीं लौटी हैं, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने उनकी तलाश और जांच शुरू कर दी है. सरबजीत कौर उन 1,900 से ज्यादा सिख श्रद्धालुओं में शामिल थीं जो 4 नवंबर को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते गुरुपर्व के मौके पर पाकिस्तान गई थीं.

दो बेटों की मां हैं सरबजीत
जानकारी के अनुसार, 52 वर्षीय सरबजीत कौर तलाकशुदा हैं और उनके दो बेटे हैं. उनके पूर्व पति कर्नैल सिंह पिछले करीब 30 साल से इंग्लैंड में रह रहे हैं. उनके पासपोर्ट की जानकारी भी पुलिस जुटा रही है, जो पंजाब के मुक्तसर जिले से जारी हुआ था और उसमें उनके पिता का नाम दर्ज है.

Advertisement

सोशल मीडिया पर निकाहनामा वायरल
इस बीच सोशल मीडिया पर एक कथित ‘निकाहनामा’ सामने आया है, जिसमें दावा किया गया है कि सरबजीत कौर ने पाकिस्तान में इस्लाम कबूल किया और एक पाकिस्तानी युवक नासिर हुसैन से शादी कर ली. हालांकि पंजाब पुलिस ने कहा है कि इस निकाहनामे की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि यह दस्तावेज असली है या फर्जी. सरबजीत कौर ने अपना नाम 'नूर' रखा है.

पुलिस बोली- धर्म परिवर्तन की जानकारी नहीं
कपूरथला के ASP धीरेंद्र वर्मा ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि अभी तक उनके धर्म परिवर्तन या शादी की कोई आधिकारिक जानकारी पुलिस को नहीं मिली है.

महिला पर पहले भी दर्ज थे तीन केस
पुलिस के अनुसार सरबजीत कौर पर धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के तीन केस दर्ज थे. दो मामले कपूरथला सिटी थाने में और एक बठिंडा के कोट फत्ता थाने में था. हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन मामलों की अदालती प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी थी.

Advertisement

SGPC ने बताया, सरकार की जिम्मेदारी
श्रोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने कहा कि वे सिर्फ श्रद्धालुओं की सूची सरकार को भेजते हैं.
बैकग्राउंड चेक करना सरकार का काम होता है. यह जथा अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज्ज की अगुवाई में गया था.

सरकार ने शुरू में जत्थे को रोक दिया था
केंद्र सरकार ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर शुरू में जत्थे को पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी थी.
लेकिन बाद में मंजूरी दे दी गई, जिसके बाद जथा ने ननकाना साहिब, करतारपुर साहिब और अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन किए.

पाकिस्तानी इमिग्रेशन ने दी जानकारी
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी इमिग्रेशन ने भारतीय अधिकारियों को बताया कि सरबजीत कौर ने एग्जिट क्लियरेंस के लिए रिपोर्ट नहीं किया, जिसके बाद उनका पता नहीं चल पाया. इसके मद्देनज़र पाकिस्तान से एक प्रारंभिक रिपोर्ट भारत को भेजी गई है, और अब भारतीय एजेंसियां उनकी जानकारी जुटाने में लगी हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement