पंजाब में बीजेपी के नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा की अगुवाई में चंडीगढ़ में राज्य के गवर्नर बीपी बदनौर से मुलाकात की. उन्हें एक ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि किसान आंदोलन की आड़ में पंजाब कांग्रेस के नेता बीजेपी के स्थानीय नेताओं को टारगेट कर रहे हैं और बीजेपी के दफ्तरों पर हमले करवाए जा रहे हैं. साथ ही कोशिश की जा रही है कि आने वाले निकाय चुनाव में बीजेपी के स्थानीय नेता उतर ही ना सकें.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा और बीजेपी नेता मदन मोहन मित्तल ने आरोप लगाया कि किसानों की आड़ में कांग्रेस द्वारा सुनियोजित तरीके से बीजेपी के नेताओं और बीजेपी के दफ्तरों को टारगेट किया जा रहा है और बीजेपी नेताओं के घर के बाहर धरने लगवाए जा रहे हैं. कोशिश की जा रही है कि आने वाले निकाय चुनाव से बीजेपी खुद ही पीछे हट जाए और बीजेपी के नेता अपने घरों में ही कैद रहें ताकि कांग्रेस आसानी के साथ जीत सके.
बीजेपी नेताओं ने गवर्नर से मांग की है कि वो अपनी स्पेशल पावर का इस्तेमाल करते हुए पंजाब के तमाम बीजेपी नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें. साथ ही बीजेपी दफ्तरों को भी सुरक्षा दी जाए. बीजेपी के नेताओं ने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता कांग्रेस के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं और पुलिस की मौजूदगी होने के बावजूद बीजेपी के दफ्तरों पर लगातार हमले हो रहे हैं.
बीजेपी नेताओं के घरों के बाहर धरने दिए जा रहे हैं. इस वजह से बीजेपी के नेता घर में ही कैद होकर रह गए हैं. बीजेपी नेताओं ने मांग की कि जिस तरह से आंदोलन करना हर किसी का अधिकार है वैसे ही किसी भी राजनीतिक पार्टी का अधिकार है कि वो निकाय चुनाव में चुनाव लड़ सकती है और ऐसे में अब गवर्नर बीजेपी के नेताओं और बीजेपी के दफ्तरों को सुरक्षा दिलवाएं.
सतेंदर चौहान