रिसॉर्ट से चल रहा था साइबर ठगी का धंधा, 38 गिरफ्तार, 40 लैपटॉप और 10 लाख कैश बरामद

पंजाब पुलिस ने कपूरथला साइबर सेल और फगवाड़ा शहर थाना की संयुक्त कार्रवाई में फगवाड़ा के एक रिसॉर्ट से चल रहे अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. 38 लोगों को गिरफ्तार कर 40 लैपटॉप, 67 मोबाइल और 10 लाख रुपये नकद बरामद किए गए. गिरोह अमेरिका और कनाडा के लोगों को सॉफ़्टवेयर सॉल्यूशन के नाम पर ठग रहा था. मामला BNS और आईटी एक्ट के तहत दर्ज कर आगे की जांच जारी है.

Advertisement
फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ (Photo: AI-generated) फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ (Photo: AI-generated)

aajtak.in

  • फगवाड़ा,
  • 19 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:59 PM IST

पंजाब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फगवाड़ा स्थित एक रिसॉर्ट से चल रहे अंतरराज्यीय साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने छापा मारकर 38 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें कई महिलाएं भी शामिल हैं. यह छापा कपूरथला साइबर सेल और फगवाड़ा थाने की संयुक्त टीम ने गुरुवार देर रात मारा.

कई राज्यों के लोग इस फर्जीवाड़ा में थे शामिल

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी पंजाब, दिल्ली, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, ओडिशा, झारखंड और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से ताल्लुक रखते हैं. आरोपियों को पुलिस ने एक बस से कपूरथला ले जाकर पूछताछ शुरू की है.

Advertisement

सॉफ़्टवेयर सॉल्यूशन के नाम पर ठगी

सूत्रों का कहना है कि यह गिरोह अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को सॉफ़्टवेयर सॉल्यूशन देने के नाम पर ठग रहा था. यह लोग मासूम लोगों के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस हैक कर उनसे भारी रकम ऐंठते थे. गिरोह के सरगना ने रिसॉर्ट को लीज पर लेकर अवैध कॉल सेंटर चलाया था. यहां कई लोगों को कॉलिंग और तकनीकी सपोर्ट के लिए नियुक्त किया गया था.

पुलिस ने बताया कि शुक्रवार तड़के दर्ज की गई एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धोखाधड़ी से जुड़ी धाराओं और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (आईटी एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है. छापे के दौरान पुलिस ने 40 लैपटॉप, 67 मोबाइल फोन और करीब 10 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं.

लंबे समय से रडार पर था यह गिरोह

Advertisement

अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई लंबे समय से चल रही निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर की गई. अब पुलिस आरोपियों के नेटवर्क और उनके विदेशी संपर्कों की पड़ताल कर रही है. साथ ही बैंक खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शन की भी जांच की जा रही है ताकि ठगी की रकम की पूरी ट्रेल सामने आ सके.

इस बड़ी कार्रवाई से साइबर अपराध में लिप्त गिरोहों में हड़कंप मच गया है. पुलिस ने दावा किया है कि इस रैकेट में शामिल सभी लोगों को कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement