चुनावी राज्यों में सियासी तापमान बढ़ने लगा है. नेताओं के बीच बयानी तीर भी चलने लगे हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच की तल्खियां भी बढ़ने लगी हैं. केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, दूसरे राज्यों में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच शब्दों के तीर अब गुजरते समय के साथ दिन-ब-दिन तीखे होते जा रहे हैं. शुक्रवार को पंजाब की सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी आम आदमी पार्टी (एएपी) के नेताओं के बीच बयानी तीर खूब चले. जिसमें आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब राजनीति का राखी सावंत तक कह डाला है.
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश में दूसरी ही बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला. सिद्धू ने केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि दिल्ली में भी किसानों को तय कीमत से कम मिल रहा है. केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार के निजी मंडी के कानून को लागू किया है. दिल्ली में किसानों का उत्पीड़न हो रहा है. सिद्धू पर एएपी के प्रवक्ता और पार्टी के पंजाब के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने पलटवार किया.
राघव चड्ढा ने सोशल मीडिया के जरिए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पर पलटवार करते हुए लिखा कि पंजाब की राजनीति के राखी सावंत नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस हाईकमान लगातार कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बोलने के लिए डांट लगा चुका है. इसके बाद उन्होंने (सिद्धू) अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है. राघव चड्ढा ने कहा है कि कल तक का इंतजार कीजिए जब वे फिर से कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ आक्रामक हो जाएंगे.
राघव चड्ढा पर सिद्धू का जवाबी हमला
नवजोत सिंह सिद्धू ने राघव चड्ढा पर जवाबी हमला बोला है. सिद्धू ने ट्वीट किया कि कहते हैं इंसान वानर का वंशज. उन्होंने राघव चड्ढा को मेंशन करते हुए कहा कि आपके दिमाग को देखकर मुझे विश्वास है कि आप अभी इनके वंशज हैं. सिद्धू ने आगे कहा कि आपने अभी भी अपनी सरकार की ओर से कृषि कानूनों को अधिसूचित करने को लेकर मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया है.
गौरतलब है कि पंजाब में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. पिछली बार कई एग्जिट पोल में शानदार प्रदर्श करती नजर आई आम आदमी पार्टी चुनाव परिणाम आए तो पिछड़ जरूर गई थी, इस बार के चुनाव में पार्टी कोई कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहती. पंजाब की सत्ता पर काबिज होने के लिए पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है. एएपी पंजाब के चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी पंजाब का दौरा कर चुके हैं.
पंजाब में इसबार त्रिकोणीय मुकाबले में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सिर्फ पंजाब में खाता खोला था बल्कि मुख्य विपक्ष के तौर पर भी उभरी थी. इस बार एएपी का दावा है कि वह पूर्ण बहुमत के साथ पंजाब में सरकार बनाएगी.
आशुतोष मिश्रा