अटारी बॉर्डर पर इन दिनों एक दिलचस्प और भावनात्मक स्थिति सामने आई है, जब भारतीय महिलाएं अपने पाकिस्तानी बच्चों के साथ सीमा पार करने की कोशिश कर रही हैं. इन महिलाओं का कहना है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं और उनका परिवार पाकिस्तान में है, लेकिन अभी तक उन्हें भारत में रहने को मजबूर किया गया है.
शरमीन नाम की महिला दिल्ली से अटारी बॉर्डर पर आई है. शारमीन का कहना है कि उसने 12 साल पहले पाकिस्तान में शादी की थी, लेकिन अभी तक उसे पाकिस्तानी नागरिकता नहीं मिली है. वह कहती हैं कि मेरे दो बच्चे जैनब और जिनिश और पति पाकिस्तान में रहते हैं, लेकिन मैं अब तक वहां नहीं जा सकी हूं. शारमीन को हाल ही में पाकिस्तान का Visa मिला था. अब वह अटारी बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान जाने की उम्मीद कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कल मुझे पाकिस्तान का वीजा मिला है, और मैं अब अपने परिवार के पास जाना चाहती हूं.
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वहीं नबीला नाम की एक और महिला ने भी अपनी परेशानी बयां की. नबीला ने बताया कि वह 18 साल पहले पाकिस्तान में शादी करने के बाद भारत में आकर बस गई थीं. उनका कहना है कि मेरे दो बच्चे पाकिस्तान में हैं और मैं यहां फंसी हुई हूं. मुझे उम्मीद है कि मुझे पाकिस्तान जाने की अनुमति मिलेगी, क्योंकि मेरे पास वैध वीजा है.
इन महिलाओं की बातें सुनकर यह साफ है कि उनके सामने संकट है. वे अपने परिवार से दूर रहकर मुश्किल हालात में रह रही हैं. अटारी बॉर्डर पर पहुंचीं ये महिलाएं पाकिस्तान जाना चाहती हैं. वे उम्मीद कर रही हैं कि संबंधित अधिकारी उन्हें जाने की अनुमति देंगे. अटारी बॉर्डर पर आने वाली ये महिलाएं अपने परिवारों के पास जाने के लिए काफी समय से संघर्ष कर रही हैं.
असीम बस्सी