अमृतसर पुलिस ने एक ऐसे गैंग के 10 बदमाशों को पकड़ा है, जो गैंगस्टर्स के फेक पासपोर्ट और डॉक्यूमेंट बनाकर उन्हें विदेश भेजने का काम करते थे. पुलिस ने इन बदमाशों को पंजाब, हरियाणा, झारखंड और दिल्ली से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के पास से 22 लाख रुपये, 2 फेक पासपोर्ट और पिस्तौल बरामद हुई हैं.
इसके अलावा अन्य बदमाशों को पकड़ने के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही है. हालांकि, पुलिस इस गैंग के 6 बदमाशों को पुलिस एक महीने पहले पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों ने कुख्यात तस्कर हरभेज सिंह उर्फ जावेद का भी फर्जी पासपोर्ट बनाया था, जिसके जरिए वह पुर्तगाल फरार हो चुका है.
जावेद ने साल 2020 में इंस्पेक्टर सुखविंदर सिंह रंधावा पर गोली चलाई थी. जावेद के खिलाफ नशा तस्करी के दस मामले दर्ज हैं. अब वह पुर्तगाल में बैठकर अपने गुर्गे सराए अमानत खां के चीमा कलां गांव के रहने वाले अमृतपाल सिंह के द्वारा नशे के कारोबार कर रहा है. अमृतपाल सिंह को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
गैंगस्टरों के फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गैंग के बदमाश गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरियाणा के जिला कैथल के गांव पबनावा निवासी सावन कुमार, सोहन लाल उर्फ सोनू, मुंडरी गांव निवासी नरिंदर सिंह, तितरम गांव निवासी जसविंदर गिल के रूप में हुई है.
इसके अलावा पुलिस नवीन कुमार उर्फ बबू, कुरुक्षेत्र निवासी राकेश कुमार (किंगपिन), सोनीपत के मोहाना गांव के सर्वण, झारखंड के धनबाद जिला के गांव कतरास निवासी दलीप कुमार पासवान, तरनतारन के सराय अमानत खां निवासी अमृतपाल सिंह, गुड़गाव के सोहाना निवासी अमित राघव, अजनाला स्थित पुराना पटवार खाना के पास रहने वाला अमरीक सिंह, नजफगढ़ (दिल्ली) निवासी राहुल उजा को भी गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जबकि गिरोह के नौ सदस्य अभी फरार हैं.
अमित शर्मा