पंजाब के अमृतसर में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो गई. जबकि 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पूरा मामला मजीठा के मड़ई गांव और भागली गांव का बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया गया है.
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अमृतसर (ग्रामीण) एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि इलाके में जहरीली शराब पीने से 17 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य की हालत गंभीर है. एसएसपी ने कहा, "हमें कल रात करीब 9.30 बजे सूचना मिली कि लोग जहरीली शराब पीने से मर रहे हैं. हमने तुरंत कार्रवाई की और चार लोगों को हिरासत में लिया. हमने मुख्य सप्लायर प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है."
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान प्रभजीत सिंह ने सरगना सप्लायर साहब सिंह का नाम बताया. उन्होंने कहा, "हमने उसे भी पकड़ लिया है. हम जांच कर रहे हैं कि उसने यह शराब किन कंपनियों से खरीदी है." पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमें पंजाब सरकार से नकली शराब के सप्लायरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश मिले हैं. छापेमारी चल रही है और जल्द ही शराब बनाने वालों को भी पकड़ लिया जाएगा. सख्त धाराओं के तहत दो एफआईआर दर्ज की गई हैं. नागरिक प्रशासन भी इसमें शामिल है और हम घर-घर जाकर उन लोगों की पहचान कर रहे हैं जिन्होंने शराब पी हो सकती है, ताकि और अधिक लोगों की जान बचाई जा सके. इस घटना से पांच गांव प्रभावित हुए हैं."
मृतकों के परिजनों को मिलेगी आर्थिक मदद
साक्षी साहनी (डिप्टी कमिश्नर, अमृतसर) ने जहरीली शराब त्रासदी पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सभी मृतकों के परिजनों को सहायता दी जाएगी. जहरीली शराब से 5 गांवों के प्रभावित होने की रिपोर्ट आई है. सभी गांवों में मेडिकल टीमों को भेज दिया गया है. ऐसे में जिन लोगों में जहरीली शराब के सेवन के लक्षण दिख रहे हैं, उनका भी इलाज किया जा रहा है.
CM भगवंत मान ने जताया दुख
जहरीली शराब से मौतों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि मजीठा के आस पास के गांवों में ज़हरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत की दुखद ख़बर मिली है. मासूम लोगों के इन हत्यारों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. ये मौतें नहीं, कत्ल हैं. ज़हरीली शराब से लोगों के घरों में मातम का माहौल बनाने वाले इन दोषियों को कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सज़ा दी जाएगी.
पंजाब डीजीपी ने क्या कहा?
जहरीली शराब मामले में पंजाब डीजीपी का बयान आया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने जहरीली शराब के कारण हुई दुखद मौतों के बाद त्वरित कार्रवाई की. अवैध शराब के धंधे के सिलसिले में रैकेट के सरगना और कई स्थानीय वितरकों सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ऑनलाइन खरीदे जाने के बाद मेथनॉल का इस्तेमाल नकली शराब बनाने के लिए किया जाता था, पूरी कार्यप्रणाली का पता लगाने और इसमें शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच चल रही है.
मामले में बीएनएस और आबकारी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. डीएसपी सबडिवीजन मजीठा और एसएचओ पुलिस स्टेशन मजीठा को घोर लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है. दोषियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. पंजाब पुलिस अवैध शराब के नेटवर्क को खत्म करने और लापरवाह अधिकारियों को जवाबदेह ठहराने की अपनी प्रतिबद्धता में अटल है.
कमलजीत संधू / असीम बस्सी / अमित शर्मा