चाइनीज मांझे ने एक बार फिर एक जिंदगी की डोर काट दी है. इस बार पंजाब के अमृतसर की रहने वाली 6 साल की बच्ची पलक चाइनीच मांझे से गर्दन कटने का शिकार हुई है. आजतक ने जब पलक की माता-पिता से बात की, तो उन्होंने भरे दिल से कहा कि उनकी हंसती खेलती जिंदगी को ग्रहण लग गया.
पलक के पिता ने मांग की है कि प्रशासन को चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगाना चाहिए. उन्होंने बताया कि वह अपनी बेटी को बाइक पर बैठकर निकले थे. इस दौरान चाइनीच मांझा उनकी बेटी के गले से रगड़ता हुआ निकाला. इसकी वजह से पलक का गला कट गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई. पलक की तीन बहनें और हैं. उसकी मौत के बाद परिवार में मातम का माहौल है.
एमपी और गुजरात में भी हुई भी बच्चों की मौत
बताते चलें कि यह पहला मामला नहीं है, जब चाइनीज मांझे की वजह से किसी बच्चे की मौत हुई है. पूरे देश में चाइनीज मांझे की वजह से अलग-अलग समय में लोगों की जिंदगी की डोर कट रही है. इससे पहले मकर संक्रांति पर मध्य प्रदेश के धार और गुजरात के महिसागर जिले में दो बच्चों की चाइनीज मांझे से गला कटने की वजह से मौत हो गई थी.
पिता के साथ बाइक पर सवार थे दोनों बच्चे
दुखद बात यह है कि दोनों मासूमों की उम्र महज सात और चार साल की थी. उन दोनों मामलों में भी बच्चे अपने पिता के साथ बाइक पर सवार होकर जा रहे थे, जब ये हादसा हुआ. देशभर में इस मांझे पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठती रही है. प्रशासन भी चाइनीज मांझे को बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कहता है, लेकिन उनकी ब्रिकी और इस्तेमाल बदस्तूर जारी है.
प्लास्टिक और लोहे से बनता है चाइनीज मांझा
चाइनीच मांझा प्लास्टिक से बना होता है और इस पर लोहे का बुरादा लगा होता. लिहाजा, यह बरेली के मांझे की तुलना में मजबूत होता है और बाजार में सस्ता भी बिकता है. यही वजह है कि इसकी बिक्री लगातार हो रही है.
अमित शर्मा