इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को पद से हटाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है. यह प्रस्ताव 146146 सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित है और भारत के राष्ट्रपति को भेजा जाएगा. न्यायमूर्ति वर्मा पर कदाचार का आरोप है, जिसमें नई दिल्ली स्थित तिलक क्रिसेंट परिसर से 15 मार्च 2025 को जली हुई नकदी की बरामदगी शामिल है.