संचार साथी ऐप को लेकर हाल ही में राजनीति में गरमाहट बढ़ गई है. विपक्ष ने इस ऐप के माध्यम से लोगों की निजी जानकारी को सरकार द्वारा गलत तरीके से इस्तेमाल करने के आरोप लगाए हैं. प्रियंका गांधी ने भी इस विषय पर केंद्र सरकार से सवाल किए हैं और चिंता जताई है कि यह एप पूरे देश को निगरानी में रखने जैसा है जो लोकतंत्र के लिए खतरा हो सकता है.