पुराने संसद भवन में शुक्रवार को हुई NDA संसदीय दल की बैठक में नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना गया. इस दौरान मोदी ने सांसदों को सतर्क करते हुए कहा,'हो सकता है मेरे सिग्नेचर के साथ कोई लिस्ट बाहर निकल आए कि ये मंत्री बन गए हैं. हो सकता है कोई बुद्धिमान विभाग भी बांट दे. आजकल कई लोग सरकार बनाने में लगे हुए हैं. मंत्री पद बांट रहे हैं. व्यवस्था बांट रहे हैं. मैं आपसे आग्रहपूर्वक कहता हूं. जो लोग मोदी को जानते हैं. ये सारे प्रयास निरर्थक हैं भाई.
पीएम मोदी ने आगे कहा,'किसी का फोन आ जाए तो नंबर वेरिफाई कर लेना कि जिसने फोन किया है, वह सचमुच में अथॉरिटी है या नहीं. वरना कोई आपको फोन करे और कहे कि अपने परिवार को फोन कर दीजिए. शपथ समारोह में आना है. मेरा सभी सांसदों से आग्रह है कि हम इन सारे षड्यंत्रों का शिकार ना बनें.'
तमिलनाडु में बहुत बड़ा है NDA गठबंधन
मोदी ने आगे कहा,'चुनाव में मैं कुछ उल्लेख जरूर करना चाहूंगा. दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है. कर्नाटक और तेंलंगाना में देखिए अभी-अभी सरकार बनी थी. लेकिन पल भर में लोग उस भ्रम से बाहर आ गए हैं. तमिलनाडु, वहां हमारा एनडीए समूह बहुत बड़ा है. आज तमिलनाडु में हम सीट नहीं जीत पाए, लेकिन जिस तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है, वह साफ संदेश दे रहा है कि कल में क्या लिखा हुआ है. केरल में हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बलिदान दिया और आज पहली बार संसद में केरल से हमारे प्रतिनिधि चुनकर आए हैं.'
जगन्नाथ जी गरीबों के भगवान
नरेंद्र मोदी ने कहा,'अरुणाचल में हमारी सरकार बनती रहती है. आंध्र में मैं अभी बाबू को पूछ रहा था, हिस्टोरिकल यह सबसे हाई है. यहां जो ये है पवन यह पवन नहीं आंधी है. आंध्र ने हमारे प्रति इतना बड़ा समर्थन दिया है. मैं हमेशा से मानता हूं कि जगन्नाथ जी गरीबों के भगवान हैं. विकसित भारत का हमारा सपना, आने वाले 25 साल महाप्रभु जगन्नाथ की कृपा से ओडिशा भारत की विकास यात्रा के ग्रोथ इंजन में से एक होगा.'
INDI अलायंस वाले टेक्नोलॉजी के दुश्मन
उन्होंने कहा,' चुनाव के समय मैंने पहली बार देखा. चुनाव आयोग के काम में रुकावट आए इसलिए बार-बार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया. जिनका लोकतंत्र में विश्वास है, वह अदालतों के दरवाजे खटखटाते रहे. साथियों INDI गठबंधन वाले टेक्नोलॉजी का विरोध करते हैं तो मैं मानता हूं ये लोग मन से पिछली शताब्दी वाले लोग हैं. सिर्फ ईवीएम नहीं यह यूपीआई में भी दिखा. आधार में भी नजर आया. आधार को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में बार-बार याचिका डाली. ये आधुनिकता और टेक्नोलॉजी के विरोधी हैं.
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