जंतर मंतर पर कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की परीक्षा प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों और शिक्षकों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज ने देशभर में राजनीतिक बहस को फिर से गर्म कर दिया है. आम आदमी पार्टी ने इस कार्रवाई को बेरहमी और तानाशाही की मिसाल बताते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
AAP के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लाठीचार्ज को छात्रों के सपनों और मेहनत पर हमला बताया. उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर विरोध प्रदर्शन का वीडियो साझा करते हुए लिखा, “देश का युवा सड़क पर है, लाठियां खा रहा है क्योंकि वो अपने भविष्य के लिए सवाल पूछ रहा है. एसएससी की परीक्षाएं लाखों युवाओं की ज़िंदगी बदल सकती हैं, लेकिन जब प्रक्रिया ही सवालों के घेरे में हो, तो भरोसा कैसे बचा रहेगा?”
केजरीवाल ने कहा कि यह सिर्फ लाठी नहीं चली है, बल्कि युवाओं की उम्मीदों और भविष्य पर हमला हुआ है. उन्होंने सवाल किया, “युवा पूछ रहा है, कब तक सिस्टम उसकी मेहनत का मज़ाक उड़ाएगा? अब जवाब देना पड़ेगा.”
परीक्षा प्रणाली पर खड़े हो रहे सवाल
बता दें कि जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे छात्र SSC परीक्षा में पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि इस बार परीक्षा के संचालन में गंभीर तकनीकी खामियां रहीं, कई केंद्रों पर परीक्षा अचानक रद्द कर दी गई, और सबसे बड़ा सवाल परीक्षा कराने की जिम्मेदारी जिस कंपनी को दी गई, उस पर उठ रहा है.
प्रदर्शनकारियों के अनुसार, यह वही कंपनी है जो इंदौर की पटवारी परीक्षा में घोटाले के चलते ब्लैकलिस्ट की गई थी, फिर भी उसे दोबारा टेंडर दिया गया. यह सवाल अब राष्ट्रीय स्तर की भर्ती प्रक्रिया की साख पर सीधा हमला बनकर देखा जा रहा है.
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