संसद के चालू बजट सत्र के पांचवे दिन दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हुआ. हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही 20 मार्च की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. कार्यवाही स्थगित होने से पहले लोकसभा में कुछ ऐसा हुआ, जिसे लेकर अब कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस ने सरकार से ये सवाल भी दाग दिया है कि क्या यही लोकतंत्र है?
दरअसल हुआ ये कि लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी सवाल पूछने के लिए खड़े हुए. मनीष तिवारी ने जैसे ही बोलना शुरू किया, सत्तापक्ष की ओर से पिछले चार दिनों की तरह राहुल गांधी माफी मांगो के नारे लगाए जाने लगे. इसके जवाब में विपक्षी कांग्रेस के सांसदों ने 'राहुलजी को बोलने दो' के नारे लगाना शुरू कर दिया.
नारेबाजी करते विपक्षी सांसद स्पीकर के सामने वेल में आ गए. इसके बाद सदन की कार्यवाही का ऑडियो आना बंद हो गया. इसे लेकर कांग्रेस ने अब सरकार पर हमला बोल दिया है. कांग्रेस ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है कि पहले माइक ऑफ होता था, आज सदन की कार्यवाही ही म्यूट करा दी.
कांग्रेस ने सरकार को घेरते हुए कहा कि पीएम मोदी के मित्र के लिए सदन म्यूट है. कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए हैं. कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट में नारेबाजी का भी जिक्र है. इस ट्वीट में लिखा है कि नारे लगे- राहुल जी को बोलने दो... बोलने दो.. बोलने दो. फिर ओम बिरला मुस्कुराए और सदन म्यूट हो गया. ये लोकतंत्र है?
कांग्रेस ने ट्वीट किया धनखड़ का वीडियो
कांग्रेस ने इसे लेकर जगदीप धनखड़ और लोकसभा की कार्यवाही के दौरान ऑडियो म्यूट होने का वीडियो एक में जोड़कर भी ट्वीट किया है. कांग्रेस ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए कहा है कि दावा किया जाता है कि लोकसभा में माइक ऑफ नहीं होता. पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में ये भी कहा गया है कि माइक छोड़िए, संसद ही म्यूट हो गई. वीडियो में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ कहते सुने जा रहे हैं कि लोकसभा बहुत बड़ी पंचायत है जिनमें आज तक माइक ऑफ नहीं हुआ है.
बघेल-गहलोत ने भी सरकार को घेरा
लोकसभा में ऑडियो म्यूट होने को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सरकार को घेरा है. भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि वे परेशान थे कि राहुल गांधी ने क्यों कहा कि विपक्षी सदस्यों के माइक बंद कर दिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि आज तो लोकसभा ही म्यूट कर दी गई. बघेल ने तंज करते हुए कहा कि और क्या सबूत चाहिए?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. अशोक गहलोत ने कहा है कि जनता की ओर से चुने गए सांसदों को संसद में बोलने का अवसर नहीं देना और लोकसभा की कार्यवाही म्यूट करवाना लोकतांत्रिक परंपराओं के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि यह देशवासियों की आवाज शांत करने का प्रयास है.
राहुल ने स्पीकर से मांगा था बोलने का वक्त
राजस्थान के सीएम गहलोत ने तंज करते हुए कहा कि क्या इसे स्वस्थ लोकतंत्र कहा जा सकता है? उन्होंने ये भी कहा कि इन्हीं सबको लेकर राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की थी. गौरतलब है कि एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात कर लोकसभा में बोलने के लिए वक्त मांगा था. राहुल गांधी ने इसे लेकर कहा था कि संसद में जो आरोप मेरे खिलाफ लगाए गए हैं, उनका जवाब संसद में ही दूंगा.
उन्होंने ये भी कहा था कि मुझे नहीं लगता कि संसद में बोलने दिया जाएगा. राहुल गांधी ने कहा था कि ये भारतीय लोकतंत्र के लिए भी टेस्ट है. बता दें कि राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान पर सियासी हंगामा खड़ा हो गया है. बीजेपी राहुल गांधी से बिना शर्त माफी मांगने की मांग कर रही है तो वहीं कांग्रेस ने भी दो टूक कह दिया है कि वे माफी नहीं मांगेंगे.
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