कर्नाटक विधानसभा में लगे थे 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, FSL की रिपोर्ट आने के बाद 3 आरोपी गिरफ्तार

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार ने आरोपों की सत्यता की जांच के लिए कर्नाटक फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से वीडियो की जांच कराई थी. फॉरेंसिक रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि उक्त घटना के वीडियो के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई थी.

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 राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता नसीर हुसैन की जीत के बाद कर्नाटक विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे. (ANI Photo) राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता नसीर हुसैन की जीत के बाद कर्नाटक विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे थे. (ANI Photo)

सगाय राज

  • बेंगलुरु,
  • 04 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 10:48 PM IST

कर्नाटक में पिछले हफ्ते राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत के बाद विधानसभा के अंदर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की पहचान दिल्ली के इल्तहाज, बेंगलुरु के आरटी नगर के मुनव्वर और हावेरी के बयादागी के मोहम्मद शफी के रूप में हुई है. गत 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन की जीत के जश्न के दौरान विधानसभा के अंदर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे.

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कांग्रेस ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा था कि उसके कार्यकर्ता सिर्फ हुसैन के समर्थन में 'नासिर साहब जिंदाबाद' के नारे लगा रहे थे. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली सरकार ने आरोपों की सत्यता की जांच के लिए कर्नाटक फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से वीडियो की जांच कराई थी. फॉरेंसिक रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि उक्त घटना के वीडियो के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई थी और विधानसभा में वास्तव में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए थे.

कर्नाटक विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाले आरोपियों में से एक के साथ कांग्रेस के नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन की फोटो वायरल हो रही है. 

भाजपा ने सोमवार को, एक प्राइवेट फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की रिपोर्ट का हवाला दिया जिसमें संकेत दिया गया था कि विधानसभा में 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाया गया था. हालांकि, कांग्रेस ने भाजपा के दावे वाली रिपोर्ट को खारिज कर दिया और कहा कि सरकार निजी फॉरेंसिक लेबोरेटरी के जांच पर भरोसा नहीं करती है. कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बीजेपी से पूछा कि क्या रिपोर्ट तैयार करने वाले व्यक्ति के पास अपनी लेबोरेटरी थी और उसने विश्लेषण किया था?

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जी परमेश्वर ने कहा, 'हम इसकी (नि​जी प्रयोगशाला संचालक की) जांच कराएंगे कि उसने किसकी अनुमति से ऐसा किया है, किसने उसे इसके लिए एनओसी दिया और क्या वह ऐसी रिपोर्टों को सार्वजनिक करने के लिए अधिकृत है'. अब सरकारी फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की जांच में भी वीडियो को सही पाया गया है, और उसके आधार पर पुलिस ने तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने बताया कि इन आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा.

पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के मामले में आरोपी शफी की बहन ने कहा, 'मेरा भाई ऐसा नहीं है'. कर्नाटक बीजेपी ने कांग्रेस और उसके नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन पर निशाना साधते हुए एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'विधानसभा के अंदर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने की इजाजत किसने दी? आरोपियों को पास देने वाले गद्दारों को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और मामले की एनआईए जांच होनी चाहिए.'

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