पूर्वोत्तर के मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा के चुनाव नतीजे आ गए हैं. त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को पूर्ण बहुमत मिला है तो वहीं पार्टी नगालैंड में भी सत्ता बरकरार रखने में सफल रही है. मेघालय में बीजेपी ने कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. पूर्वोत्तर के चुनाव नतीजे कांग्रेस पार्टी के लिए निराशाजनक रहे हैं.
निराशाजनक चुनाव नतीजों के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के बीच ट्विटर वार छिड़ गया है. जयराम रमेश ने विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में कांग्रेस को मिली सीटों को लेकर ट्वीट किया और पार्टी की उपलब्धियां गिनाईं. जयराम रमेश ने उपचुनाव में कई साल बाद जिन सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली, वो गिनाईं.
जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने 33 साल बाद महाराष्ट्र की कस्बा पेठ सीट जीती, पश्चिम बंगाल की सागरदिघी सीट पर 51 साल बाद जीत मिली. त्रिपुरा में कांग्रेस पार्टी शून्य से पांच सीट पर पहुंच गई है और मेघालय में 21 मौजूदा विधायकों को हाईजैक किए जाने के बावजूद 5 सीटों पर जीत मिली है. जयराम रमेश ने मेघालय में एनपीपी और बीजेपी के चुनाव बाद गठबंधन को लेकर भी तंज किया.
जयराम रमेश ने मेघालय में चुनाव के बाद एनपीपी और बीजेपी के गठबंधन को लेकर तंज करते हुए कहा कि ये सब तीन एस- शाह (अमित शाह), सरमा (हिमंता बिस्वा सरमा) और संगमा (कॉनराड संगमा) की ओर से खेला गया एक सुनियोजित खेल है. गौरतलब है कि असम के सीएम हिमंता ने ट्वीट कर मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर सरकार बनाने के लिए समर्थन मांगने की जानकारी दी थी.
हिमंता ने जयराम पर किया पलटवार
जयराम रमेश ने ट्वीट कर विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में कांग्रेस की उपलब्धियां गिनाईं और मेघालय को लेकर हिमंता पर निशाना साधा तो वहीं असम के सीएम ने भी इस पर पलटवार किया. हिमंता बिस्व सरमा ने भी जयराम रमेश पर पलटवार किया. हिमंता ने जयराम रमेश के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि तीन राज्यों में हुई बर्बादी को एक उपलब्धि में तब्दील करते हुए नैरेटिव तैयार कर अंधकार में जीने की कांग्रेस की क्षमता की सराहना की जानी चाहिए.
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