दिल्ली को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस करने का दावा कर चुकी आम आदमी पार्टी सरकार ने एक ऐसे प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है जहां राजधानी से जुड़ी तमाम समस्याओं का समाधान प्लान किया जाएगा. मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली@2047 प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया जिसका एक अन्य मकसद इंडस्ट्री और अलग-अलग संगठनों की साझेदारी बढ़ाना भी है.
सीएम ने कहा कि हम सबके साथ मिलाकर दिल्ली को 21वीं सदी की दिल्ली बनाना चाहते हैं, जिस पर सभी को गर्व हो. हम ऐसी दिल्ली बनाना चाहते हैं, जहां गरीब से गरीब आदमी भी अच्छे से और इज्जत से रह सके. यह प्लेटफॉर्म लॉन्च करने का मकसद सभी की विशेषज्ञता, विचार और भागीदारी को प्राप्त करना है.
सीएम ने आगे कहा कि दिल्ली को वैश्विक शहर की तरह विकसित करने के लिए समस्याओं की पहचान कर सूची बनाने होगी और एक रोडमैप बनाकर समय सीमा में उसका समाधान निकालना होगा. पिछले पांच साल का हमारा अनुभव यह दिखाया कि समस्याओं के समाधान निकाले जा सकते हैं, इसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति होनी चाहिए. हमें दिल्ली को वैश्विक शहर बनाने के लिए सभी नागरिकों और कारपोरेट सेक्टर का सहयोग चाहिए. अगर हम सभी मिल जाएं तो कोरोना की तरह ही सभी सेक्टर में व्याप्त समस्याओं को भी ठीक कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पूरी दुनिया भर से लोग सबसे पहले दिल्ली आते हैं और फिर यहां से बाकी देश के अंदर जाते हैं. दुनिया भर के लोग दिल्ली के जरिए पूरे देश को देखते हैं. अभी दिल्ली के अंदर बहुत सारी चीजों का पता लगाना है और बहुत सारी समस्याओं को अभी ठीक करना है. 2047 में देश जब आजादी के 100 साल पूरे कर लेगा, तब दिल्ली को हमें कहां लेकर जाना है, उसका एक रोडमैप हम लोगों को तैयार करना है. हम लोगों ने उस दृष्टिकोण से बजट में एक विजन रखा था और उसके लिए एक बजट भी रखा था, ताकि उस दिशा में काम शुरू हो सके.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 'हमारा उद्देश्य है कि दिल्ली में बहुत सारी समस्याएं हैं, उन समस्याओं की, उन क्षेत्रों और उन सेक्टर की एक सूची बनानी है. उनके सभी के समाधान निकालने हैं, उनकी एक समय सीमा बनानी है और उनके माइलस्टोंस बनाने हैं.
दिल्ली में कुछ समस्याएं हैं, जो साल भर में भी ठीक हो सकती हैं, जबकि कुछ समस्याएं हैं, जो 2 साल में भी ठीक हो सकती हैं. इसके अलावा, कुछ चीजें हैं, जो शायद 2047 तक जाएंगी. जैसे हमने इस बार जब विधानसभा में रखा कि हम अपनी दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर के बराबर लेकर जाएंगे या मैं कहूं कि हम 2048 के ओलंपिक के लिए बिड करेंगे. यह चीजें लंबे समय में प्राप्त होंगी.
पंकज जैन