बंगाल: 19 साल की युवती ने की आत्महत्या, परिजनों ने TMC पार्षद पर लगाए गंभीर आरोप

मामला बर्धमान जिले का है. यहां टीएमसी समर्थक तुहिना खातून ने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने वर्धमान के वार्ड 27 के नवनिर्वाचित पार्षद बशीर अहमद उर्फ बादशाह पर धमकी देने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद इलाके में तनाव फैल गया.

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तुहिना खातून 12वीं में पढ़ती थी और टीएमसी में जुड़ी थी तुहिना खातून 12वीं में पढ़ती थी और टीएमसी में जुड़ी थी

अनुपम मिश्रा

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  • 04 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST
  • पश्चिम बंगाल में 19 साल की युवती ने आत्महत्या की
  • 12वीं कक्षा में पढ़ती थी छात्रा

पश्चिम बंगाल में 19 साल की युवती ने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने आरोप लगाया है कि युवती ने टीएमसी पार्षद की धमकी के बाद ये कदम उठाया. इतना ही नहीं धमकी के तौर पर पीड़िता समेत तीन लड़कियों का उनके घर के बाहर दीवार पर पेड़ से लटकते चित्र बनाया गया था. 

मामला बर्धमान जिले का है. यहां टीएमसी समर्थक तुहिना खातून ने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने वर्धमान के वार्ड  27 के नवनिर्वाचित पार्षद बशीर अहमद उर्फ बादशाह पर धमकी देने का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद इलाके में तनाव फैल गया. 

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परिजनों ने तुहिना के शव को लेकर टीएमसी पार्टी कार्यालय के सामने पहुंचे. यहां सड़क पर विरोध प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए. परिजनों ने मांग की कि नवनिर्वाचित पार्षद बशीर अहमद उर्फ बादशाह को पार्टी से निकाला जाए और दोषियों को सजा दी जाए. 

12वीं में पढ़ती थी पीड़िता

बर्धमान नगर पालिका के वार्ड 27 में तुहिना खातून का शव फांसी पर लटका मिला. वह तीन बहनों में सबसे छोटी थी. पीड़िता कक्षा 12 वीं में पढ़ती थी. पीड़िता के पिता धनई शेख ने कहा, इलाके में टीएमसी के दो गुट हैं. चुनाव से काफी पहले से शेख बशीर अहमद और मुख्तार मियां के गुट में लड़ाई जारी है. तुहिन और उसका परिवार मुख्तार मियां के समर्थक हैं. इसी वजह से बादशाह ने उन पर अत्याचार किया. घर के सामने की दीवार पर, बादशाह के समर्थकों ने पेड़ से लटकी तीन लड़कियों का प्रतीकात्मक बनाया और धमकी दी. शेख ने बताया कि मानसिक प्रताड़ना की वजह से आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा. 

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तुहिना की बहनों और स्थानीय महिलाओं ने कहा, तुहिना को मौत के घाट उतार दिया गया. अगर बादशाह पार्षद रहा, तो उन्हें भी अपना सम्मान बचाने के लिए आत्महत्या करनी पड़ेगी. बादशाह पार्षद बनने के योग्य नहीं हैं. वहीं, मुख्तार मियां ने कहा, पीड़िता टीएमसी की कार्यकर्ता थी. वह 12वीं की छात्रा थी. उन्होंने कहा, बादशाह को टिकट मिलने के बाद ही प्रताड़ना शुरू हो गई थी. 
 

 

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