बंगाल BJP में होने जा रहा है बड़ा बदलाव? पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष दिल्ली बुलाए गए

बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष और वर्तमान अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को दिल्ली बुलाया गया है. मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी एक अहम बैठक होनी है. माना जा रहा है कि बंगाल बीजेपी में फेरबदल को लेकर चर्चा के लिए उन्हें बुलाया गया है.

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बंगाल बीजेपी के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष दिल्ली पहुंच गए हैं. बंगाल बीजेपी के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष दिल्ली पहुंच गए हैं.

अनुपम मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 28 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 4:12 PM IST
  • बंगाल बीजेपी के पूर्व और वर्तमान अध्यक्ष दिल्ली में
  • बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ होनी है अहम बैठक

क्या बंगाल भाजपा में एक बार फिर से परिवर्तन होने वाला है? ये सवाल अब एक बार फिर से सियासी गलियारों में उठ रहा है. वो इसलिए क्योंकि बंगाल बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को दिल्ली तलब किया गया है. 

जानकारी के मुताबिक, सोमवार रात को ही दिलीप घोष और सुकांत मजूमदार दिल्ली पहुंच चुके हैं. उनके साथ संगठन महासचिव अमित चक्रवर्ती को भी दिल्ली बुलाया गया है. मंगलवार को इनकी बैठक बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से होने वाली है.

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बताया जा रहा है कि इस बैठक में बीजेपी के संगठन में फेरबदल पर चर्चा होनी है. बीजेपी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि इस फेरबदल की घोषणा दुर्गा पूजा से पहले या इसके ठीक बाद हो सकती है.

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दरअसल, बीजेपी अब 2024 को ध्यान में रखकर बंगाल बीजेपी के संगठन को बनाना चाह रही है. यही वजह रही कि दिलीप घोष जिनकी अध्यक्ष पद की मियाद दिसंबर 2022 में खत्म होने वाली थी उन्हें लगभग एक साल पहले ही हटा कर उनकी जगह उत्तर बंगाल के सांसद सुकांत मजूमदार को लाया गया. अब राज्य में बंगाल बीजेपी के विभिन्न महासचिव पदों पर बदलाव संभव है और यहां पर भी उत्तर बंगाल के नेताओं को तरजीह देने की बात सामने आ रही है. 

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वहीं बंगाल बीजेपी में कुछ नेताओं के कद को छोटा करने की बात भी सामने आ रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को बंगाल से 18 सीटें मिली थीं. इसी से उत्साहित होकर 2021 में भाजपा ने पूरा दमखम बंगाल विधानसभा चुनाव में लगा दिया. लेकिन उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं दिखे. उल्टे अब विधानसभा में जितनी सीटें उन्हें मिली थी वो भी धीरे-धीरे कम हो रही है क्योंकि एक के बाद एक पार्टी के विधायक टीएमसी में शामिल हो रहे हैं. 

ऐसे में अब भाजपा के लिए 2024 में 18 सीटों को बचाने की प्राथमिकता और चिंता सबसे ज्यादा है. इसी वजह से 2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में लेकर ही बीजेपी बंगाल में सांगठनिक फेरबदल की योजना बना रही है.

 

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