अचानक बदले मौसम के मिजाज़ ने त्योहारों पर असर डाला है. उत्तर भारत के कई जिलों में हुई बारिश से रामलीला के कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं. कई रामलीला मैदानों पर पानी भर गया है. रावण के पुतले भीग गए हैं, जिससे उनके दहन पर संकट पैदा हो गया है. सोशल मीडिया पर लोग यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि "इस बार क्या जलेगा या बहेगा रावण?" बारिश का असर केवल रामलीलाओं पर ही नहीं, बल्कि दशहरा पर भी पड़ रहा है. रावण के पुतले खुले में बनाए जाते हैं ताकि वे धूप में सूख सकें और दहन के समय ज्वलनशील सामग्री आसानी से जल जाए.