राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 साल के उत्सव मन रहा है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने 1927 में कहा था, 'वंदे मातरम हमारे सामने सम्पूर्ण भारत का ऐसा चित्र उपस्थित कर देता है जो अखंड है.' यह गीत 1905 में बंगाल विभाजन के खिलाफ एक चट्टान बनकर खड़ा हो गया और सड़कों पर सिर्फ 'वंदे मातरम' की ही गूंज थी.