रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई की धमक रावलपिंडी तक सुनी गई और आतंकवादियों के लिए सरहद पार की जमीन भी सुरक्षित नहीं रहेगी, "यह नया भारत है जो आतंक के खिलाफ़ सरहद के इस पार और उस पार दोनों तरफ प्रभावी कार्रवाई करेगा."